कई औषधीय गुणों से समृद्ध होती है कालमेघ, इससे मिल सकते हैं ये फायदे
प्राचीन काल से कई गंभीर बीमारियों का उपचार करने के लिए आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जा रहा है क्योंकि इनमें मौजूद औषधीय गुण शरीर को प्राकृतिक रूप से ठीक करने में सक्षम माने जाते हैं। हालांकि, कुछ जड़ी-बूटियां ऐसी हैं, जिनके बारे में शायद ही आपको पता होगा। कालमेघ पौधा भी इन्हीं में से एक है। चलिए तो फिर आज आपको कालमेघ के इस्तेमाल से मिलने वाले स्वास्थ्य लाभों के बारे में बताते हैं।
मधुमेह के जोखिम को कम करने में है सहायक
जब पाचन ग्रंथियों में इंसुलिन हार्मोन का बनना कम हो जाता है तो खून में ग्लूकोज का स्तर बढ़ने लगता है, जिससे मधुमेह की समस्या उत्पन्न होती है। इसके जोखिम को कम करने में कालमेघ की पत्तियां काफी मदद कर सकती हैं। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (NCBI) की वेबसाइट पर प्रकाशित एक शोध के अनुसार, कालमेघ की पत्तियों में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो खून में मौजूद ग्लूकोज की मात्रा को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं।
हृदय के स्वास्थ्य के लिए है बेहतरीन
हृदय को स्वस्थ रखने में भी कालमेघ की पत्तियां अहम भूमिका अदा कर सकती हैं। एक शोध के मुताबिक, इनमें एंटी-ऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं, जो खराब कोलेस्ट्रोल को कम करके हृदय को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, एंटी-ऑक्सीडेंट शरीर में ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस, विषाक्त तत्वों और फ्री रेडिकल्स के प्रभाव को कम करके हृदय रोग के खतरे से आपको बचा सकते हैं। इसके लिए कालमेघ की पत्तियों को डाइट में शामिल करें।
रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में भी सहायक
कालमेघ की पत्तियां कई ऐसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है, जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाए रखने में मदद कर सकते हैं। एक शोध के मुताबिक, इनमें मोनोअनसेचुरेट फैटी एसिड और विटामिन-E की मात्रा अधिक होती है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता की देखभाल और विकास के लिए महत्वपूर्ण पोषक तत्व हैं। इसके अलावा, इनमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी एजेंट भी पाया जाता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में काफी मदद करता है।
लिवर के स्वास्थ्य के लिए है लाभदायक
कालमेघ की पत्तियां लिवर के स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होती हैं। एक शोध के मुताबिक, इनमें हेपेटोप्रोटेक्टिव गुण पाए जाते हैं, जो लिवर को कई तरह की बीमारियों के जोखिम से बचाने में सहायक होते हैं। इसके अतिरिक्त, इनमें ग्लूटाथिओन मौजूद होता है, जो एंटी-ऑक्सीडेंट गुण की तरह काम करके फैटी लिवर की समस्या से बचाने में सहायक साबित हो सकता है। इसलिए कालमेघ की पत्तियों का इस्तेमाल जरूर करें।