
हर महिला के पास होने चाहिए पश्चिम बंगाल के ये 4 पारंपरिक कपड़े, देंगे खूबसूरत लुक
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल अपने कपड़े और वस्त्र उद्योग के लिए जाना जाता है। यहां के कपड़े न केवल सुंदर होते हैं, बल्कि इनमें पारंपरिक कला और संस्कृति की झलक भी मिलती है। इन कपड़ों का उपयोग न केवल रोजमर्रा की जिंदगी में किया जाता है, बल्कि त्योहारों और खास मौकों पर भी ये महत्वपूर्ण रहते हैं। आज के फैशन टिप्स में 4 ऐसे कपड़ों के बारे में जानिए, जो पश्चिम बंगाल से आते हैं और आपकी अलमारी में होने चाहिए।
#1
तांत साड़ी
तांत साड़ी पश्चिम बंगाल की मशहूर पारंपरिक साड़ी है। इन साड़ियों को हाथ से बुना जाता है और इनमें बारीक कढ़ाई की जाती है। ये साड़ियां गर्मियों में पहनने के लिए बहुत ही आरामदायक होती हैं। तांत साड़ियों की खासियत यह है कि ये हल्की होती हैं और इन्हें पहनकर आपको जरा भी गर्मी नहीं महसूस होगी। इनकी रंग-बिरंगी डिजाइन और पैटर्न इन्हें खास बनाते हैं और ये किसी भी मौके पर पहनने लायक होती हैं।
#2
ढाकाई जामदानी
ढाकाई जामदानी में पश्चिम बंगाल का खूबसूरत शिल्प कौशल दिखाई देता है। इस साड़ी में आकारों और फूलों वाले पैटर्न शामिल होते हैं। ये साड़ियां न केवल देखने में सुंदर लगती हैं, बल्कि पहनने में भी आरामदायक होती हैं। इन साड़ियों को रोजमर्रा के उपयोग के लिए आदर्श माना जाता है। ढाकाई जामदानी में कई रंगों और डिजाइनों का चयन उपलब्ध होता है, जो इन्हें और भी आकर्षक बनाता है।
#3
शारिया
शारिया पश्चिम बंगाल का एक अन्य पारंपरिक कपड़ा है, जिसे महिलाएं पहनती हैं। यह एक प्रकार का ब्लाउज होता है, जिसे कुर्ती या चोली के साथ पहना जा सकता है। शारिया आमतौर पर हल्के कपड़ों से बनाया जाता है, ताकि वह पहनने में आरामदायक रहे। इसे अलग-अलग रंगों और डिजाइनों में तैयार किया जाता है, जिससे यह किसी भी पोशाक के साथ मेल खा सके। यह पारंपरिक और आधुनिक, दोनों ही मौकों पर पहना जा सकता है।
#4
कांथा स्टिच साड़ी
कांथा स्टिच पश्चिम बंगाल की एक पारंपरिक कला है, जिसमें साड़ी पर हाथ से कढ़ाई की जाती है। यह साड़ी बहुत ही सुंदर लगती है और इसमें चमकीले रंगों का उपयोग होता है। कांथा स्टिच साड़ी को पहनने से महिला का लुक बेहद ही खास लगता है। इस साड़ी को त्योहारों और खास मौकों पर पहनना बहुत ही लोकप्रिय है, जिससे आप हर मौके पर आकर्षक दिख सकती हैं।