योग की शुरुआत करने जा रहे हैं? वीडियो देखकर करें सरल आसनों का अभ्यास
क्या है खबर?
योग एक ऐसा विकल्प है, जो कई शारीरिक और मानसिक बीमारियों से छुटकारा दिलाने में मदद करता है।
इस वजह से कई बार योग के फायदों के बारे में जान कर कई लोग योग शुरू करने का मन तो बनाते हैं, लेकिन ये नहीं समझ पाते कि कैसे और कौन से आसन करें।
इसलिए आज हम आपको कुछ ऐसे योगासनों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका अभ्यास कोई भी आसानी से कर सकता है।
आइए जानें।
#1
ताड़ासन
ताड़ासन करने का तरीका: सबसे पहले जमीन पर बिल्कुल सीधे खड़े हो जाइए, फिर अपने हाथों को जितना ऊंचा हो सके उतना ऊंचा उठाएं। इसके बाद सांस लेते हुए धीरे-धीरे पूरे शरीर को खींचें व खिंचाव को पैर की उंगलियों से लेकर हाथ की उंगलियों तक महसूस करें। इस स्थिति में कुछ समय रहने के बाद धीरे-धीरे आसन छोड़े।
फायदा: इस आसन के नियमित अभ्यास से पैरों में मजबूती, पिंडलियां सख्त और पेट संबंधी समस्याओं से राहत मिलती है।
#2
भुजंगासन
भुजंगासन करने का तरीका: अपने हाथों को अपने कंधों के नीचे रखकर पेट के बल लेट जाएं, अब अपने हाथों से दबाव देते हुए अपने शरीर को जहां तक संभव हो सके, उठाने की कोशिश करें। पांच बार सांस लें और आराम करें, फिर से आसान को दोहराएं। रोजाना इस आसन को करने से बहुत लाभ होगा।
फायदा: इस आसन के नियमित अभ्यास से वजन कम और फेफड़े मजबूत होते हैं। साथ ही इससे रीढ़ की हड्डी सशक्त होती है।
#3
उष्ट्रासन
उष्ट्रासन करने का तरीका: सबसे पहले घुटनों के बल बैठ जाएं और अब घुटनों के बल ही खड़े हो जाएं। अब सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें। फिर दायीं हथेली को दायीं एड़ी पर और बायीं हथेली को बायीं एड़ी पर रखने की कोशिश करें। इस अवस्था में दो मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे आसन को छोड़े।
फायदा: इस आसन के नियमित अभ्यास से गर्दन से लेकर घुटने तक का भाग एक साथ प्रभावित होकर निरोग बनता है।
#4
शवासन
शवासन करने का तरीका: इस आसन को करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल लेट जाएं, अब अपने दोनों पैरों को फैलाते हुए पैरों के बीच अंतर लाएं। फिर अपने दोनों हाथों को सिर से जितना ऊंचा उठा सके उतना उठाएं। इसके बाद धीरे-धीरे अपनी आंखों को बंद कर लें और धीरे-धीरे सांस लें व छोड़ें। इस स्थिति में कम से कम दस मिनट तक रहें।
फायदा: इस आसन के नियमित अभ्यास से मानसिक समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
#5
अनुलोम-विलोम
अनुलोम-विलोम करने का तरीका: अनुलोम-विलोम करने के लिए पालथी मार कर बैठ जाएं, फिर अपनी अनामिका और कनिष्का उंगली से अपनी दाई नाक बंद करके बाई नाक से सांस लेना शुरू करें, अब अपने अंगूठे से बाई नाक बंद करके दाई नाक से सांस लें। कुछ देर रूकें और फिर दाई नाक से सांस छोड़े। इस प्रक्रिया को पांच मिनट तक दोहराएं।
फायदा: इस आसन के नियमित अभ्यास से कई गंभीर बीमारियों से राहत मिलती है।