अपनी डाइट में शामिल करें ये आयुर्वेदिक सुपरफूड, दूर होंगी शरीर की कई समस्याएँ
भारत में प्राचीनकाल से ही रोगों का इलाज करने के लिए आयुर्वेद का इस्तेमाल होता रहा है। हालाँकि, आज एलोपैथ के बढ़ते प्रभाव की वजह से लोगों ने आयुर्वेद का सहारा लेना कम कर दिया है। कहा जाता है कि एक अच्छा आयुर्वेदिक आहार व्यक्ति को भरपूर पोषण देता है और बीमारियों से भी दूर रखता है। आज हम आपको ऐसे पाँच सुपरफूड के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपकी कई शारीरिक समस्याओं को दूर कर सकते हैं।
कई शारीरिक समस्याओं को दूर करती है हल्दी
आज के समय में लोगों को कई तरह की शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। हल्दी एक ऐसा सुपरफूड है जो एंटी वायरल, बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुणों की वजह से संपूर्ण आहार मानी जाती है। यह त्वचा की समस्याओं और लिवर से ज़हरीले तत्वों को बाहर निकालने के साथ ही ब्लड शुगर को कम करके रोगियों के लिए उत्कृष्ट मानी जाती है। इसके अलावा हल्दी में करक्यूमिन पाया जाता है, जो कैंसर से लड़ने का काम करता है।
पेट की सफाई कर गर्मी हटाता है आँवला
आँवला गुणों का खज़ाना है। आँवले में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी होते हैं। इसमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। आँवला पाचन के लिए बहुत अच्छा होता है, साथ ही यह पेट की सफाई करके शरीर की अतिरिक्त गर्मी को दूर करता है। आँवला अपने एंटी-एजिंग गुणों के लिए भी प्रसिद्ध है। इसके अलावा बालों से संबंधित कई समस्याओं को दूर करने के लिए आँवले का इस्तेमाल किया जाता है।
माइग्रेन और कोलेस्ट्रॉल दूर करती है अदरक
अदरक वैसे तो कई ख़ूबियों से भरपूर होती है, लेकिन यह अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों की वजह से ज़्यादा जानी जाती है। अदरक के इस्तेमाल से भूख बढ़ती है एवं गैस और सूजन भी कम होती है। गर्भावस्था के दौरान होने वाली उल्टी के दौरान कच्चे अदरक का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं सूखी अदरक का इस्तेमाल जोड़ों के दर्द को दूर करने में किया जाता है। अदरक माइग्रेन और कोलेस्ट्रॉल दूर करने में भी मदद करती है।
कई बीमारियों से बचाती है तुलसी
तुलसी को पवित्र पौधे के रूप में जाना जाता है। यह दिमाग और शरीर की क्षमता को बढ़ाने का काम करती है। तुलसी के नियमित इस्तेमाल से तनाव और चिंता जैसी गंभीर मानसिक समस्याओं से बचा जा सकता है। इसके साथ ही तुलसी शरीर को ज़हरीले तत्वों से बचाने का भी काम करती है। तुलसी का सेवन करने से ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है, वजन कम होता है, कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है। इसके अलावा रक्तचाप भी नियंत्रित रहता है।
चिंता और थकान से छुटकारा दिलाती है अश्वगंधा की जड़
प्राचीनकाल से ही आयुर्वेद में अश्वगंधा का इस्तेमाल होता रहा है। अश्वगंधा का इस्तेमाल तनाव, चिंता और थकान जैसी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही अश्वगंधा का इस्तेमाल दर्दनाक सूजन और रूमेटाइड आर्थराइटिस से राहत पाने के लिए भी किया जाता है। दर्द होने पर अश्वगंधा की पत्तियों को दर्द वाले हिस्से पर लगाएँ। पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या को बढ़ाने के लिए भी अश्वगंधा का इस्तेमाल किया जाता है।