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भारत के इन 5 राज्यों से जरूर लेकर आएं चूड़ियां, आपके हाथ लगेंगे सबसे खूबसूरत 

भारत के इन 5 राज्यों से जरूर लेकर आएं चूड़ियां, आपके हाथ लगेंगे सबसे खूबसूरत 

लेखन सयाली
May 18, 2025
02:07 pm

क्या है खबर?

चूड़ियां भारतीय महिलाओं के श्रृंगार का अहम हिस्सा होती हैं। उनकी खनक और रंग-बिरंगी बनावट किसी भी आउटफिट में जान झोंक सकती है और पूरे लुक को निखार सकती है। वैसे तो हर बाजार में चूड़ियां मिल जाती हैं, लेकिन भारत के अलग-अलग राज्यों से वहां की पारंपरिक चूड़ियां खरीदने का मजा ही अलग होता है। इन चूड़ियों को साड़ी, सूट और लहंगे जैसे पारंपरिक कपड़ों के साथ पहना जा सकता है और सबसे खूबसूरत दिखा जा सकता है।

#1

राजस्थान की लाख की चूड़ियां

लाख की चूड़ियों को राजस्थान के गुलाबी शहर जयपुर की शान माना जाता है। लाख ढाक और कुसुम के पेड़ों पर पाए जाने वाले लाख के कीड़ों से निकाला जाता है। इसके बाद उसे पिघलाकर रंग-बिरंगे कड़ों का रूप दे दिया जाता है। मनिहारों का रास्ता एक प्रसिद्ध बाजार है, जहां से आप इन चूड़ियों को खरीद सकती हैं। यहां पीढ़ियों से लाख की चूड़ियां बनाई जाती हैं, जो शादियों और समारोहों में महिलाओं की कलाई को सजाती हैं।

#2

उत्तर प्रदेश की कांच की चूड़ियां

उत्तर प्रदेश का फिरोजाबाद अपनी कांच की चूड़ियों के लिए देशभर में प्रसिद्ध है। इस शहर को 'चूड़ी नगरी' के नाम से भी जाना जाता है। कांच की चूड़ियों के साथ-साथ यहां पीतल, वेलवेट और धातु की चूड़ियां भी बनाई जाती हैं, जो अलग-अलग अवसरों के लिए बढ़िया रहती हैं। ये चूड़ियां उत्तर प्रदेश की संस्कृति को दर्शाती हैं और न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया में बेची जाती हैं। कांच की चूड़ियां हर कपड़े पर जंचती भी हैं।

#3

पश्चिम बंगाल की लोहा चूड़ियां

लोहाबधानो यानि लोहे की चूड़ियां पश्चिम बंगाल में बहुत मशहूर हैं। इन्हें लोहा चूड़ियां भी कहा जाता है, जो विशेष रूप से विवाहित बंगाली महिलाओं द्वारा पहनी जाती हैं। ये सोने की परत से ढकी हुई लोहे की चूड़ियां होती हैं, जो मजबूत और अटूट बंधन का प्रतीक मानी जाती हैं। लोहा चूड़ियों के डिजाइन आमतौर पर खुले और जटिल होते हैं। साथ ही ये रोजाना पहनने के लिए बिलकुल सही होती हैं।

#4

असम की पौला चूड़ियां

असम और पश्चिम बंगाल में एक खास तरह की चूड़ी पहनी जाती है, जिसे पौला चूड़ी कहते हैं। इसे शंख पौला नाम से भी जाना जाता है और यह शादी समारोहों के दौरान पहनी जाती है। पौला चूड़ियों की खासियत यह है कि इन्हें शंख से बनाया जाता है और ये दुल्हन के हाथों की शोभा बढ़ाती हैं। इन चूड़ियों को नई दुल्हन के विवाहित जीवन में प्रवेश करने का प्रतीक भी माना जाता है।

#5

केरल की पलक्का चूड़ियां

केरल की महिलाओं के हाथों में आपको एक सुंदर चूड़ी दिखाई देगी, जिसे पलक्का कहते हैं। इन्हें पलक्कड़ शहर में बनाया जाता है और अब ये कई राज्यों में मशहूर होने लगी हैं। ये चूड़ियां आमतौर पर पीतल या अन्य धातुओं से बनाई जाती हैं और इनमें विशेष डिजाइन बनाकर रंगीन पत्थर लगाए जाते हैं। इन चूड़ियों को शादी, त्योहार, समारोह, पार्टी और धार्मिक कार्यक्रमों के दौरान पहना जाता है।