कम नमक वाली डाइट से स्वास्थ्य को मिल सकते हैं कई फायदे
नमक का अधिक सेवन करने से हाई ब्लड प्रेशर सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यही कारण है कि विशेषज्ञ सीमित मात्रा में नमक के सेवन की हिदायत देते हैं। इससे स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अगर वैश्विक स्तर पर नमक की खपत को कम कर दिया जाए तो लगभग 2.5 लाख मौतों का आंकड़ा भी कम हो सकता है। आइए आज कम नमक वाली डाइट के फायदे जानते हैं।
ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में है सहायक
शरीर के लिए सोडियम जरूरी है, लेकिन ज्यादातर भारतीय इसका सेवन भारी मात्रा में करते हैं। सोडियम के सेवन से ब्लड प्रेशर बढ़ता है। ऐसे में नमक के अधिक सेवन से ब्लड प्रेशर भी तेजी से बढ़ता है और यह हृदय रोग और स्ट्रोक का खतरा बढ़ाने वाला प्रमुख कारक है। इस वजह से कम नमक वाली डाइट को ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मान जाता है और यह हृदय को स्वस्थ भी रखता है।
हड्डियों के लिए है लाभदायक
नमक की उच्च मात्रा वाले खाने का सेवन करने से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं और ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसा कैल्शियम की कमी के कारण होता है। दरअसल, जब हम अधिक नमक वाला खाना खाते हैं तो पेशाब के माध्यम से कैल्शियम कम होने लगता है। इससे हड्डियां कमजोर होने लग जाती है। इस समस्या से बचने के लिए कम नमक वाली डाइट को लाभदायक माना जाता है।
कैंसर का खतरा हो सकता है कम
कम नमक वाली डाइट कैंसर के खतरे को कम करने में भी मदद कर सकती है। बता दें कि अधिक नमक का सेवन कुछ प्रकार के कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है। कई शोध के मुताबिक, नमक पेट की म्यूकोसल परत को नुकसान पहुंचाता है और घाव पैदा कर सकता है जो कैंसर का कारण बन सकता है। इससे पेट के कैंसर होने की संभावना सबसे ज्यादा रहती है।
सूजन कम करने में मददगार
नमक के कम सेवन से पाचन तंत्र भी मजबूत होता है। अधिक नमक का सेवन शरीर में सूजन का भी कारण बनता है। हालांकि, इसके सटीक कारण अभी भी स्पष्ट रूप से सामने नहीं आए हैं, नमक में मौजूद सोडियम इसके लिए जिम्मेदार ठहराया जा सकता है। इससे न सिर्फ पेट, बल्कि चेहरे पर भी सूजन आ जाती है। अगर आप अक्सर सूजन का अनुभव करते हैं तो अपने नमक का सेवन कम करने पर विचार करना चाहिए।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए है अच्छा
कम नमक वाली डाइट को मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा माना जाता है। कई अध्ययनों के अनुसार, बहुत अधिक नमक मस्तिष्क में ब्लड सर्कुलेशन को कम कर देता है और संज्ञानात्मक हानि की ओर ले जाता है। इससे मस्तिष्क में खून की कमी आ सकती है। इसके अलावा, नमक के अधिक सेवन से डिहाइड्रेशन हो सकता है, जो ब्रेन फॉग और भ्रम की स्थिति पैदा कर सकता है।
दिनभर में कितना नमक खाना है सही?
विश्व स्वास्थ्य संगठन की सलाह है कि वयस्कों को रोजाना 5 ग्राम से कम या एक चम्मच से कम नमक का सेवन करना चाहिए। वहीं, दो से 15 वर्ष की आयु के बच्चों को वयस्कों की तुलना में कम नमक खाना चाहिए।