शाम 5 बजे होगा मनोहर पर्रिकर का अंतिम संस्कार, दर्शन के लिए जाएंगे प्रधानमंत्री मोदी
गोवा के दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का आज शाम 5 बजे अंंतिम संस्कार किया जाएगा। सुबह 10.30 बजे उनका पार्थिव शरीर पंजिम में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद पार्थिव शरीर को अंत्येष्टि के लिए शाम 5 बजे गोवा खेल प्राधिकरण के मैदान में ले जाया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी समेत कई बड़े नेता उनकी अंतिम यात्रा में शामिल हो सकते हैं। गृह मंत्रालय ने सोमवार को राष्ट्रीय शोक और राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की घोषणा की है।
अंतिम यात्रा का कार्यक्रम
सादगी रही पर्रिकर की पहचान
चार बार गोवा के मुख्यमंत्री रहे पर्रिकर को उनकी ईमानदार छवि और सादगी भरा जीवन जीने के लिए जाना जाता था। उन्हें गोवा के मुख्यमंत्री रहते हुए अकसर स्कूटर पर सफर करते हुए देखा जा सकता था। उनका जन्म 13 दिसंबर 1955 के मापुसा में हुआ था। उनका पूरा नाम मनोहर गोपालकृष्णन प्रभु पर्रिकर था, लेकिन वे मनोहर पर्रिकर के नाम से ही जाने जाते थे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश को उनके निधन का समाचार दिया था।
पर्रिकर के आवास के बाहर की तस्वीरें
IIT से पढ़े पहले मुख्यमंत्री बने पर्रिकर
मनोहर पर्रिकर ने मुंबई IIT से साल 1978 में ग्रेजुएशन किया था। वे देश में IIT से पढ़कर मुख्यमंत्री बनने वाले पहले नेता थे। वे पहली बार 24 अक्टूबर 2000 को वह गोवा के मुख्यमंत्री बने थे।
साल 2000 में पहली बार बने गोवा के मुख्यमंत्री
1994 में गोवा विधानसभा में सीट जीतने के बाद पर्रिकर औपचारिक रूप से राजनीति में आये। 24 अक्टूबर, 2000 को वे पहली बार गोवा के मुख्यमंत्री बने। उनका कार्यकाल लगभग डेढ़ साल तक चला। उन्हें जून 2002 में फिर से मुख्यमंत्री चुना गया, लेकिन भाजपा के चार विधायकों के इस्तीफे के बाद जनवरी 2005 को उनकी सरकार अल्पमत में आ गई। 2012 में भाजपा ने 40 में से 24 सीटें जीतीं और पर्रिकर फिर से मुख्यमंत्री बने।
पिछले साल से थे कैंसर से पीड़ित
बता दें कि पर्रिकर की हालत खराब होने पर शनिवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। वे फरवरी 2018 से ही कैंसर से पीड़ित थे। तबीयत खराब होने पर उनका इलाज गोवा, मुंबई, अमेरिका व दिल्ली के बड़े अस्पतालों में हुआ था।
पर्रिकर के कार्यकाल में हुई थी सर्जिकल स्ट्राइक
मनोहर पर्रिकर के रक्षा मंत्री रहते हुए नवंबर 2017 भारत ने पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक कर आतंकी कैंपों को तबाह किया था। उड़ी हमले के बाद भारतीय सेना के पैरा कमांडो ने नियंत्रण रेखा पार कर पाकिस्तान में चल रहे आतंकी कैंपों को तहस-नहस किया था। इससे पहले 2015 में भारत ने म्यांमार की सीमा में घुसकर उग्रवादियों के अड्डे नष्ट किए थे। बताया जाता है कि इस ऑपरेशन में 70 कमांडो शामिल थे।