
चीन में फैल रही 'रहस्यमयी बीमारी' को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्क, राज्यों को दिए निर्देश
क्या है खबर?
चीन में बढ़ती 'रहस्यमयी बीमारी' के मद्देनजर स्वास्थ्य मंत्रालय श्वसन संबंधी बीमारियों के खिलाफ तैयारियों के उपायों की समीक्षा करेगा।
मंत्रालय ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कहा है कि वे अपने क्षेत्र में सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल तैयारी की समीक्षा करें। इसके साथ ही आवश्यक दिशा-निर्देश जारी करने के लिए कहा है।
बता दें कि चीन में बच्चों में रहस्यमयी निमोनिया तेजी से बढ़ रहा है। यहां अचानक H9N2 के मामलों में बढ़ोत्तरी देखी गई है।
विज्ञप्ति
मंत्रालय ने राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को दिया आदेश
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है।
विज्ञप्ति के अनुसार, "श्वसन संबंधी बीमारी में वृद्धि इन्फ्लूएंजा, माइकोप्लाज्मा निमोनिया, SARS-CoV-2 जैसे कारणों से हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहा है, फिलहाल किसी अलार्म की आवश्यकता नहीं है।"
इसके साथ ही मंत्रालय ने सभी राज्य और केंद्रशासित प्रदेश को कोरोना वायरस के संदर्भ में संशोधित निगरानी रणनीति को लागू करने के दिशा-निर्देश देने के लिए कहा है।
आदेश
स्वास्थ्य मंत्रालय ने और क्या आदेश दिए ?
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अस्पतालों में मानव संसाधन की उपलब्धता, बेड, इन्फ्लूएंजा के लिए दवाएं और टीके, ऑक्सीजन संयंत्रों और वेंटिलेटरों की कार्यक्षमता, एंटीबायोटिक्स, व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण, टेस्ट किट, ऑक्सीजन संयंत्रों और वेंटिलेटर की कार्यक्षमता और स्वास्थ्य सुविधाओं में संक्रमण नियंत्रण की समीक्षा के लिए कहा है।
जिला और राज्य निगरानी टीमों को इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) से संबंधित मामलों की निगरानी करने के लिए कहा गया है।
जानकारी
शुक्रवार को भी स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया था बयान
मंत्रालय ने विज्ञप्ति में बच्चों पर खास नजर रखने के निर्देश दिए हैं। शुक्रवार को भी मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा था कि श्वसन संबंधी बीमारियों से भारत को कम खतरा है, लेकिन फिर भी वो किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार है।
प्रकोप
चीन में क्यों बढ़ रहा रहस्यमयी बीमारी का प्रकोप?
दरअसल, चीन में बच्चों में रहस्यमयी निमोनिया का प्रकोप बढ़ रहा है। यहां स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
चीनी स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि पैथॉजन के संयोजन के कारण देशभर में श्वसन संक्रमण के मामलों में उछाल आया है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के प्रवक्ता मी फेंग ने रविवार को कहा कि अधिकतर मामले इन्फ्लुएंजा के सामने आए हैं। इसके अलावा कई मामलों में पाया गया है कि राइनोवायरस, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस भी फैल रहे हैं।
स्थिति
चीन में अभी क्या है स्थिति?
बता दें कि उत्तरी चीन में विशेषकर बच्चों में सांस संबंधी बीमारियों और H9N2 संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। इसकी चपेट में आए लगभग 1,200 बच्चों को तुरंत ही अस्पतालों में भर्ती करना पड़ा।
चीन में बिगड़ती स्थिति पर WHO ने चिंता जताई है और बीजिंग से इस संबंध में रिपोर्ट मांगी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चीन को संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए कदम उठाने का भी आग्रह किया है।
न्यूजबाइट्स प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
H9N2 वायरस इन्फ्लुएंजा वायरस प्रजाति का एक उपप्रकार है।
1998 के बाद से H9N2 वायरस से मानव संक्रमण के कुल 86 मामले दर्ज किये गए हैं। इसका संक्रमण सामान्य सर्दी से भी अधिक गंभीर होता है, जो महामारी का कारण भी बन सकता है।
यह पहली बार 1966 में तुर्की में पाया गया था। इसके बाद ये 1975 से 1985 तक हांगकांग की स्वस्थ बत्तखों में और फिर 1990 में एशिया की घरेलू मुर्गियों में फैला था।