केरल में ग्लाइडर विमान दुर्घटनाग्रस्त, नौसेना के दो अधिकारियों की मौत
केरल के कोच्चि में ग्लाइडर विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से भारतीय नौसेना के दो अधिकारियों की मौत हो गई है। शुरूआती रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रेनिंग के दौरान उड़ान भरते वक्त ये विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ और इसमें सवार दोनों अधिकारी शहीद हो गए। दुर्घटना बेहद घातक बताई जा रही है। अभी तक घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। नौसेना की दक्षिणी कमान ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
INS गरुड़ से भरी थी ग्लाइडर ने उड़ान
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार, लेफ्टीनेंट राजीव झा और पेटी अधिकारी सुनील कुमार ने आज सुबह ग्लाइडर विमान में बैठ कर अपनी नियमित ट्रेनिंग के लिए INS गरूड़ से उड़ान भरी थी। इसके कुछ देर बाद ही विमान नौसैनिक अड्डे से कुछ ही दूरी पर स्थित थोप्पुम्पदी पुल पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया। घटना में दोनों अधिकारी बुरी तरह से घायल हो गए और बाद में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
एक अधिकारी उत्तराखंड तो दूसरा बिहार से
अमर उजाला की रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना में शहीद हुए लेफ्टीनेंट राजीव झा 39 वर्ष के थे और उत्तराखंड के देहरादून के रहने वाले थे। वहीं पेटी अधिकारी सुनील कुमार 29 वर्ष के थे और बिहार के भोज के रहने वाले थे।
सुबह टहलने निकले लोगों ने क्रैश होते देखा विमान
न्यू इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, सुबह टहलने के लिए निकले लोगों ने ग्लाइडर को क्रैश होते हुए देखा और बंदरगाह की पुलिस को इसके बारे में सूचित किया। सूचना मिलने के बाद नौसेना की एक टीम मौके पर पहुंची और दोनों अधिकारियों को नौसेना के संजीवनी अस्पताल भेज दिया गया। नौसेना के प्रवक्ता श्रीधर वारियर ने बताया कि विमान के मलबे को कोच्चि नौसैनिक अड्डे भेज दिया गया है।
मई में दुर्घटनाग्रस्त हुआ था भारतीय वायुसेना का विमान
बता दें कि इससे पहले इसी साल मई में भारतीय वायुसेना का एक लड़ाकू विमान भी दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। ये मिग-29 लड़ाकू विमान पंजाब के होशियारपुर जिले के पास दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। किसी तकनीकी खामी के कारण ये विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था और विमान से नियंत्रण खोने के बाद पायलट इसके क्रैश होने से पहले ही इजेक्ट कर गया था। घटना में पायलट को कोई चोट नहीं आई थी।
2019 रहा था विमान दुर्घटनाओं के लिहाज से सबसे बुरे सालों में से एक
इससे पहले 2019 सेनाओं के लिए सबसे बुरे सालों में से एक रहा था और इस साल भारतीय वायुसेना के कम से कम 12 विमान दुर्घटनाग्रस्त हुए थे। इन दुर्घटनाओं में मिराज-2000, मिग-27 और सुखोई-30 एमकेआई जैसे लड़ाकू विमान भी शामिल थे। इन दुर्घटनाओं में 22 जवानों और लोगों की मौत हुई थी। वहीं दिसंबर, 2019 में सरकार ने संसद में 2017-18 से नवंबर, 2019 तक देश में 13 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त होने की जानकारी दी थी।