साल 2023 में 168 बाघों ने तोड़ा दम, 12 साल में सबसे अधिक मौतें दर्ज
क्या है खबर?
भारत में बाघों की मौत चिंता का कारण बनी हुई है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के आंकड़ों की मानें तो इस साल 15 दिसंबर तक 168 बाघों की मौत हुई है।
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तहत आने वाले NTCA ने बताया कि बाघों की मौत 2023 में पिछले 12 सालों के मुकाबले सबसे अधिक है।
इससे पहले 2022 में 121 और 2021 में 127 बाघों की मौत हुई थी। 2020 में यह आंकड़ा 106 था।
चिंता
NTCA से भिन्न हैं अन्य संगठनों के आंकड़े
द मिंट के मुताबिक, NTCA से इतर भारतीय वन्यजीव संरक्षण सोसायटी (WPSI) ने कहा कि 2023 में 201 बाघों की मौत हुई है। इससे पहले 2022 में 143 बाघों की मौत हुई थी।
WPSI ने 9 अप्रैल, 2023 को अखिल भारतीय बाघ अनुमान की ओर से जारी आंकड़ों में बताया कि भारत ने अकेले 2023 में लगभग 200 बाघों को खो दिया, जबकि भारत में बाघों की आबादी 2018 से 2022 तक 200 बढ़ी थी।
राहत
बाघों की बढ़ी है संख्या
रिपोर्ट के मुताबिक, 2022 में भारत में बाघों की अनुमानित संख्या 3,167 थी, जो 2018 में 2,967 से बढ़ी है।
पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बाघों की औसत संख्या 3,682 का अनुमान लगाया गया है।
वहीं ऑल इंडिया टाइगर एस्टीमेशन के मुताबिक, 2022 में फोटो खींचे गए कुछ अलग बाघों की संख्या 3,080 है, जबकि 2018 में 2,461 अलग तरह के बाघ पकड़े गए थे।
देश में 10 काले बाघ ओडिशा में हैं।