पुणे: EY कंपनी में काम करने वाली युवती की मौत, मां ने काम का दबाव बताया कारण
महाराष्ट्र के पुणे से एक चौंकाने वाली खबर आई है। यहां अर्न्स्ट एंड यंग (EY) इंडिया कंपनी में नौकरी शुरू करने के कुछ महीने बाद एक युवती की मौत हो गई। युवती की मां अनीता ऑगस्टीन ने अत्यधिक काम के दबाव को इसका कारण बताया। यह जानकारी उनके द्वारा कंपनी को लिखे पत्र से सामने आई है। मृतक युवती केरल निवासी 26 वर्षीय अन्ना सेबेस्टियन पेरायिल हैं, जो चार्टड अकाउंटेंट (CA) थीं। उन्होंने 4 महीने पहले कंपनी ज्वाइन की थी।
युवती की मां ने पत्र में क्या लिखा?
पेरायिल की मां अनीता ने EY इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को लिखे पत्र में अपना दर्द साझा करते हुए लिखा कि उनकी बेटी एक मेधावी छात्रा थी जो हमेशा स्कूल-कॉलेज की परीक्षाओं में प्रथम आती थी। उसने CA की परीक्षा भी डिस्टिंक्शन से उत्तीर्ण की थी। अनीता ने पत्र में बताया कि कंपनी में शामिल होने के तुरंत बाद पेरायिल को "चिंता, नींद न आना और तनाव" का अनुभव होने लगा, वह काम के दबाव से जूझ रही थी।
कैसे हुई युवती की मौत?
अनीता ने बताया कि कार्य के दबाव से जूझते हुए उसने कंपनी के वरिष्ठों की अपेक्षाओं को पूरा करने की कोशिश की। इस दौरान उसके सीने में दर्द हुआ, जिसे डॉक्टरों ने व्यस्त कार्यक्रम का परिणाम बताया। उन्होंने बताया कि वह देर रात जगकर अपना काम को निपटाती थी, इसके चलते वह अपने कॉलेज की दीक्षांत समारोह में भी अपने माता-पिता के साथ नहीं जा सकी। उसके बाद उसकी तबीयत बिगड़ती गई, लेकिन उसने छुट्टी के लिए नहीं कहा।
अंतिम संस्कार में भी कंपनी से कोई नहीं आया
अनीता ने पत्र में बताया कि डॉक्टरों ने उसे पर्याप्त नींद लेने और समय पर खाना खाने को कहा था। माता-पिता ने उससे छुट्टी लेने को कहा तो पेरायिल ने कहा कि छुट्टी नहीं मिलेगी क्योंकि काम ज्यादा है। अनीता ने बताया कि उनकी बेटी के अंतिम संस्कार में भी कंपनी से कोई शामिल नहीं हुआ और न ही किसी ने हालचाल पूछा। अनीता ने बेटी की कंपनी के वरिष्ठों से बात करने की कोशिश की तो जवाब नहीं आया।
कंपनी के खतरनाक कार्य संस्कृति को लेकर बहस शुरू
पेरायिल की मां का पत्र सामने आने के बाद लोग EY कंपनी के खतरनाक कार्य संस्कृति पर बहस कर रहे हैं। कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर अपना भी बुरा अनुभव साझा किया। हैदराबाद के अपोलो अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार ने इंडिया टुडे को बताया कि आधुनिक जीवनशैली के कारण अस्वास्थ्यकर आहार, लंबे समय तक बैठना और नींद की कमी, ये 3 जोखिम सामने आए हैं। उन्होंने इसे तोड़ना और काम के दौरान टहलना जरूरी बताया।