बदलापुर मामला: विपक्ष ने किया मौन विरोध प्रदर्शन, वापस लिया था बंद का फैसला
क्या है खबर?
महाराष्ट्र के ठाणे के बदलापुर में स्कूली बच्चियों के साथ हुए यौन शोषण के विरोध में आज विपक्षी नेताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
उद्धव ठाकरे, शरद पवार और सुप्रिया सुले समेत कई नेताओं ने इस दौरान कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा।
पहले विपक्षी पार्टियों ने बंद का आह्वान किया था, लेकिन बॉम्बे हाई कोर्ट की टिप्पणी के बाद इस फैसले को वापस ले लिया गया था।
बयान
घटना से महाराष्ट्र की छवि खराब हुई- शरद पवार
शरद पवार ने कहा, "बदलापुर की घटना से देश में महाराष्ट्र की छवि खराब हुई है। छत्रपति शिवाजी की भूमि पर ऐसी घटना हुई है, जो महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वालों के हाथ काट देते थे।"
वहीं, उद्धव ठाकरे ने कहा, "यह दुखद है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध में शामिल अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय महाराष्ट्र सरकार उनके साथ खड़ी है। राज्य में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए महायुति सरकार को हटाना जरूरी है।"
महाराष्ट्र बंद
हाई कोर्ट के आदेश के बाद बंद का फैसला वापस लिया
घटना को लेकर पहले विपक्ष ने 24 अगस्त को महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया था।
हालांकि, 23 अगस्त को बॉम्बे हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को बंद बुलाने वालों पर सख्ती बरतने को कहा था। कोर्ट ने कहा था कि किसी को भी बंद बुलाने का अधिकार नहीं है।
फैसले पर उद्धव ने कहा था कि ये स्वीकार्य नहीं है, लेकिन वे कोर्ट का सम्मान करेंगे। इसके बाद विपक्ष ने बंद का ऐलान वापस ले लिया और विरोध प्रदर्शन किया।
स्कूल तोड़फोड़
स्कूल तोड़फोड़ मामले में 1,200 लोग बनाए गए आरोपी
घटना के बाद उग्र भीड़ ने स्कूल में तोड़फोड़ की थी। आज तक के मुताबिक, इस मामले में अब पुलिस ने 1,200 से 1,500 लोगों को आरोपी बनाया है और 40 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। 23 लोग अभी फरार बताए जा रहे हैं।
सरकार ने वरिष्ठ अधिकारी आरती सिंह की अध्यक्षता में एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया गया है। आरोपी अक्षय शिंदे को 26 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
मामला
क्या है मामला?
बदलापुर के आदर्श स्कूल में 12 और 13 अगस्त को 23 साल के सफाईकर्मी अक्षय शिंदे ने 3 और 4 साल की 2 बच्चियों का यौन शोषण किया था।
जब दोनों बच्चियां स्कूल जाने से डरने लगीं तो माता-पिता ने उनसे बात की, जिसमें सच्चाई सामने आई। इसके बाद बच्चियों की जांच करवाई गई, जिसमें यौन शोषण की पुष्टि हुई।
भारी विरोध प्रदर्शन के बाद पुलिस ने 16 अगस्त को मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार किया था।