
आंध्र प्रदेश: कैमिकल प्लांट में जहरीली गैस लीक होने से आठ की मौत, सैकड़ों लोग बीमार
क्या है खबर?
कोरोना वायरस महामारी के बीच आंध्र प्रदेश से दुखद घटना सामने आई है।
राज्य के विशाखापट्टनम में संचालित एक मल्टीनेशनल कंपनी के केमिकल प्लांट में जहरीली गैस लीक होने से एक बच्चे सहित आठ लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा गैस की चपेट में आने से सैकड़ों की संख्या में लोग बीमार हो गए।
सूचना पर पहुंची पुलिस ने आस-पास स्थित गांवों को खाली कराना शुरू कर दिया है। घटना से चारो तरफ अफरा-तफरी मची हुई है।
हादसा
सुबह तीन बजे अचानक लीक हुई गैस
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार विशाखापट्टनम के RS वेंकटपुरम गांव में LG पॉलिमर इंडस्ट्री प्लांट में सुबह तीन बजे अचानक जहरीली गैस का रिवास शुरू हो गया। उस दौरान आस-पास के गांवों में लोग सोए हुए थे।
वेस्ट जोन की पुलिस उपायुक्त स्वरूपा रानी ने बताया कि गैस का रिसाव करीब तीन किलोमीटर में फैल गया है। इससे लोगों की आंखों में जलन और दम घुटने की शिकायत हो रही है। अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है।
राहत कार्य
जिला कलक्टर ने मौके पर पहुंचकर शुरू कराया राहत कार्य
सूचना मिलते ही जहां पुलिस महकमा एंबुलेंस व दमकल लेकर मौके पर पहुंच गया। वहीं जिला कलक्टर वी विनय चंद ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।
जिला कलक्टर ने बताया कि घटना के कारणों का पता नहीं चल सकता है। गैस के रिसाव को रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।
इसी तरह आस-पास के गांवों में गैस की चपेट में आए लोगों को अस्पताल में पहुंचाया जा रहा है। सभी अस्पतालों के अलर्ट कर दिया गया है।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें वीडियो
This Gas leakage already spreaded around 5KM's..plz pass the information asap🙏🙏🙏#VizagGasLeak pic.twitter.com/xBVsCnX2bi
— Amma Nanna PSPK (@PSPKFanHere) May 7, 2020
बेहोश
गैस की चपेट में आने के बाद बेहोश होकर सड़कों पर गिरे लोग
जिला कलक्टर ने बताया कि गैस के तीन किलोमीटर के क्षेत्र में फैलने के कारण लोग इसकी चपेट में आ गए। गैस का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर हो रहा है।
सुबह जगह लोग घरों से बाहर निकले तो गैस के कारण कई लोग आंखों में जलन और दम घुटने के कारण बेहोश होकर सड़कों पर ही गिर गए। कई गांवों में ऐसी स्थिति बताई गई है।
आस-पास के सभी गांवों में एम्बुलेंस भेजकर लोगों को अस्पताल भेजा रहा है।
जानकारी
1961 में हुई थी कंपनी की स्थापना
बता दें कि हिंदुस्तान पॉलिमर कंपनी की स्थापना 1961 में हुई थी। 1997 में कंपनी को साउथ कोरिया की LG केमिकल ने टेकओवर कर लिया था और इसे LG पॉलिमर नाम दिया था। प्लांट में पॉलीस्टाइनिन और एक्सपेंडबल पॉलीस्टायर्न बनाने का काम किया जाता है।
मामला दर्ज
कंपनी के खिलाफ दर्ज किया मामला
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि मामले में कंपनी के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज किया गया है।
कंपनी 40 दिन के लॉकडाउन के बाद प्लांट को गुरुवार से फिर से शुरू करने वाली थी। तड़के ही यह हादसा हो गया।
उन्होंने बताया कि आस-पास के गांवों को खाली करा लिया गया है और अब घर-घर जाकर पीडि़तों की तलाश की जा रही है। गैस का प्रभाव करीब 20 गांवों तक पहुंचा है। सभी लोगों तक राहत पहुंचाई जा रही है।
नियंत्रण
दो घंटे में स्थिति काबू में लाई जाएगी
जिला कलक्टर ने बताया कि गैस रिवास को बंद करने का प्रयास किया जा रहा है। आगामी दो घंटे में स्थिति को नियंत्रण में ले लिया जाएगा।
अस्पतालों में इलाज की सभी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए गए हैं। सांस की तकलीफ वाले लोगों को ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया है।
इधर, रिपोर्ट आई है कि जहरीली गैस के प्रभाव में आने से अब तक सैंकड़ों जानवरों की मौत हो गई है। कई खेतों में जानवर मरे हुए मिले हैं।
संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर दुख जताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहरीली गैस रिवास से हुई लोगों की मौत पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'विशाखापट्टनम के संबंध में गृह मंत्रालय और NDMA के अधिकारियों से बात की है।
इस पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। मैं विशाखापत्तनम में सभी की सुरक्षा और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।'
इसी तरह आंध्र प्रदेश के गृह राज्य मंत्री जीएस किशन रेड्डी ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
मुख्यमंत्री
घटनास्थल के लिए रवाना हुए मुख्यमंत्री रेड्डी
घटना की सूचना पर मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी भी घटनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं। वह कुछ ही समय में मौके पर पहुंच जाएंगे।
गृह राज्य मंत्री ने बताया कि NDRF की टीमों को आवश्यक सभी राहत उपायों का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होंने केंद्रीय गृह सचिव से भी बात की है और लोगों को आवश्यक सहायता मुहैया कराने की अपील की है। प्रदेश के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से भी मौके पर पहुंच रहे हैं।