पोलैंड के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या-क्या कहा? जानिए बड़ी बातें
पोलैंड के दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजधानी वारसॉ में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण बातों पर प्रकाश डाला और भारत-पोलैंड के रिश्तों पर बात की। उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जब पोलैंड चौरतफा मुश्किलों से घिरा हुआ था, तब भारत ने इस देश की हजारों महिलाओं और बच्चों को शरण दिया था। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 50 मिनट के भाषण में कई प्रमुख घोषणाएं भी कीं।
युद्ध का युग नहीं है- मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब भी किसी देश में संकट आता है तो भारत सबसे पहले मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाता है, जब कोरोना वायरस आया तो भारत में मानवता को पहले स्थान पर रखा। उन्होंने कहा कि भारत बुद्ध की धरती है और जब बुद्ध की बात आती है तो युद्ध की नहीं शांति की बात करते हैं, भारत का पक्ष साफ है कि यह युग युद्ध का नहीं। भारत बातचीत और कूटनीति में विश्वास रखता है।
नरेंद्र मोदी का पूरा भाषण
जाम साहब को याद किया
प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधन के दौरान गुजरात के जाम साहब को याद किया। उन्होंने कहा कि द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जाम साहब और दिग्विजय सिंह रणजीत सिंह जाडेजा ने पोलैंड की महिलाओं-बच्चों को आसरा दिया। मोदी ने कहा कि पोलैंड के लोग भी उनका सम्मान करते हैं और गुड महाराजा स्क्वायर इसका प्रमाण है। उन्होंने भारत में जाम साहब मेमोरियल यूथ एक्शन कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की, जिसमें प्रतिवर्ष 20 पोलिश युवाओं को भारत आने का न्योता मिलेगा।
45 साल में पहली बार कोई प्रधानमंत्री भारत आया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 45 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली पोलैंड यात्रा है। उन्होंने कहा कि इसका कारण है कि आज भारत सभी से जुड़ना चाहता है और सभी के हितों के बारे में सोचता है। उन्होंने कहा कि भारत ने पूरे विश्व को एक परिवार माना है और इसका प्रमाण भारत की नीतियों और निर्णयों में भी दिखता है। उन्होंने कहा कि हम भारतीय अपने प्रयासों, कार्यों और सहानुभूति के जाने जाते हैं।
भारत और पोलैंड में बताई समानताएं
मोदी ने कहा कि भारत और पोलैंड में कई समानताएं हैं, जिसमें एक लोकतंत्र भी है। भारत लोकतंत्र की सिर्फ जननी ही नहीं बल्कि जीवंत लोकतंत्र भी है। मोदी ने कहा, पोलैंड में भी अलग-अलग बोलियां, भाषाएं और खानपान है, जो भारतीयता के भाव से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि जब गुजरात में भूकंप आया तो पोलैंड ने सबसे पहले मदद पहुंचाई थी। मोदी ने कहा, भारत और पोलैंड दोनों कबड्डी से जुड़े हैं, जो भारत से यहां पहुंचा है।