मध्य प्रदेश: दक्षिणपंथी संगठन के सदस्यों ने किया शादी में हमला, पूर्व सरपंच को गोली मारी

रविवार को मध्य प्रदेश के मंदसौर में दक्षिणपंथी संगठन के सदस्यों ने शादी में एक शख्स की गोली मारकर हत्या कर दी। ये शादी जेल की सजा काट रहे संत रामपाल महाराज के भक्तों ने आयोजित की थी और इसमें उनका ऑनलाइन प्रवचन भी चलाया जा रहा था। आरोपियों ने प्रवचन और शादी को रोकने को कहा और ऐसा न करने पर गोली मार दी। पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, हालांकि मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।
घटना मंदसौर के जिला मुख्यालय से 150 किलोमीटर दूर भानपुरा थाना क्षेत्र के भैंसोदामंडी गांव की है। रविवार को यहां एक मैरिज होम में रामपाल महाराज का ऑनलाइन सत्संग आयोजित किया जा रहा था और इस दौरान एक जोड़े की शादी भी की जानी थी। ये शादी रामपाल द्वारा बनाए गए अलग पद्धति से की जा रही थी। इसे 'रमणी' कहा जाता है और इसमें केवल 17 मिनट लगते हैं।
शादी का कार्यक्रम चल ही रहा था कि इसी बीच दोपहर लगभग दो बजे लाठियों से लैस विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के लगभग 15 सदस्यों ने हमला कर दिया। आरोपियों ने अनुयायियों को लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया और सत्संग और शादी को रोकने की मांग की। उन्होंने कहा कि रमणी पद्धति से की जाने वाली शादियों गैरकानूनी तरीके से आयोजित की जाती हैं और ये हिंदू धर्म के खिलाफ हैं।
कार्यक्रम के मुख्य आयोजकों में शामिल पूर्व सरपंच 60 वर्षीय देवीलाल मीणा ने आरोपियों की इस हरकत का विरोेध किया और उनके बीच बहस हो गई। बहस के दौरान विश्व हिंदू परिषद के सदस्य शैलेंद्र ओझा ने मीणा को गोली मार दी। उन्हें गंभीर हालत में ही इलाज के लिए राजस्थान के कोटा ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। मीणा रामपाल जिला सेवा समिति के अध्यक्ष थे और उन्हें सत्तारूढ़ भाजपा का समर्थन भी हासिल था।
Mandsaur Crime Story: मंदसौर के भेसोदा मंडी में उस वक्त बवाल मच गया जब बाबा रामपाल के सत्संग और एक विवाह कार्यक्रम में तलवारें और गोली चली. अनजान बदमाशों ने लाठी-डंडे लहरा-लहराकर जमकर उत्पात मचाया. गोलीबारी में रामपाल सेवा समिति के अध्यक्ष की मौत हो गई. pic.twitter.com/2h6sVWux0d
— Nikhil Suryavanshi (@NikhilEditor) December 13, 2021
मीणा को गोली लगने के बाद गुस्साए लोगों ने हमलावरों को खदेड़ दिया और पुलिस अधीक्षक (SP) कार्यालय पहुंच कर मामले में कार्रवाई की मांग की। उनकी शिकायत के आधार पर मामले में 11 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है और सात जगहों पर दबिश देकर मंगल, ललित सुधार और कमल पाटीदार नामक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। शैलेंद्र ओझा अभी भी फरार है। वह बिना लाइसेंस के ब्याज का काम करता है।