गुरुग्राम: मॉल के मैनेजर को पेटीएम के नाम पर व्यक्ति ने लगाया लाखों का चूना
क्या है खबर?
पहले लोग कैश में भुगतान करते थे, लेकिन अब उसकी जगह डिजिटल भुगतान होने लगा है।
डिजिटल भुगतान करने के लिए ज़्यादातर लोग पेटीएम, फोनपे, गूगल पे जैसी ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं।
पिछले कुछ दिनों में इन ऐप के माध्यम से लोगों के ठगने के मामले भी सामने आए हैं।
हाल ही में एक मॉल के मैनेजर को एक व्यक्ति ने पेटीएम के नाम पर लाखों का चूना लगा दिया।
आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
जानकारी
व्यक्ति ने किया 1.85 लाख रुपये का फ़्रॉड
जानकारी के अनुसार, गुरुग्राम के एम्बियंस मॉल के मैनेजर अरविंद कपूर के साथ हाल ही में ऑनलाइन फ़्रॉड हुआ है।
उनके साथ एक व्यक्ति ने 1.85 लाख रुपये का फ़्रॉड किया है। इसके लिए अरविंद ने थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है।
अरविंद ने बताया कि कुछ दिनों पहले एक व्यक्ति ने उनको कॉल किया और बताया कि अगर KYC को जल्द अपडेट नहीं किया गया तो उनका पेटीएम अकाउंट काम नहीं करेगा।
बयान
अंजान नंबर से आया था फोन- अरविंद
उन्होंने आगे कहा, "मुझे एक अंजान नंबर से कॉल आया। व्यक्ति ने खुद को पेटीएम का कर्मचारी बताया और कहा कि मेरा अकाउंट KYC नहीं होने के कारण सस्पेंड हो गया है। इस वजह से मैं अपने अकाउंट से न तो पैसा निकाल सकता हूँ और न ही कहीं ट्रांसफ़र कर सकता हूँ।"
उन्होंने बताया, "फोन करने वाले व्यक्ति ने यह भी सुझाव दिया कि मैं मोबाइल फोन पर उसके निर्देशों का पालन करके ऑनलाइन KYC अपडेट कर सकता हूँ।"
मामला
ट्रांजेक्शन के कुछ देर बाद अकाउंट से निकल गए पैसे
अरविंद ने कहा, "व्यक्ति ने फोन पर जो कहा मैंने वही किया। लेकिन कुछ समय बाद मुझे अहसास हुआ कि मेरे अकाउंट से पैसे अपने आप ही निकल रहे हैं।"
उन्होंने बाताया, "प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसने मुझे पेटीएम में KYC चेक करने के लिए कहा। मैंने सेविंग अकाउंट और क्रेडिट कार्ड से 1, 10 और 1 रुपये का ट्रांजेक्शन किया। फ़ोन पर तीन OTP आए और ट्रांजेक्शन के कुछ देर बाद अकाउंट से 1.85 लाख रुपये निकल गए।"
बयान 2
जाँच में सही पाया गया अरविंद का दावा
बाद में अरविंद ने उस नंबर पर कॉल करने की कोशिश की, लेकिन नंबर बंद मिला।
इस मामले में गुरुग्राम के ACP प्रीत पाल सिंह ने कहा, "हमारे साइबर सेल ने प्रारंभिक जाँच की और पाया कि अरविंद का दावा सही है।"
उन्होंने आगे कहा, "इसके बाद आईटी अधिनियम के तहत एक अज्ञात व्यक्ति के ख़िलाफ़ प्राथमिकी दर्ज की गई है। अधिकारी आरोपियों का पता लगाने के लिए आईपी एड्रेस का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।"
चेतावनी
पेटीएम ने दी थी चेतावनी
कुछ दिनों पहले ऐसे ही फ़्रॉड से बचने के लिए पेटीएम ने अपने ग्राहकों को आगाह किया था।
इसके लिए पेटीएम ने अपने ट्विटर अकाउंट पर चेतावनी देते हुए एक पोस्ट भी किया था।
उसमें साफ़-साफ़ लिखा था कि अगर KYC अपडेट करने के लिए कोई फोन आए तो वो फ़्रॉड कॉल हो सकती है, क्योंकि पेटीएम के कर्मचारी ऐसा कभी नहीं करते हैं।
पेटीएम के कर्मचारी ग्राहकों के घर जाकर उनके सामने KYC करते हैं।