सर्वर रूम तोड़फोड़ मामले में RTI के जवाब से उठे JNU प्रशासन के दावों पर सवाल
क्या है खबर?
सूचना के अधिकार (RTI) के तहत प्राप्त एक जवाब ने सर्वर रूम में तोड़फोड़ के मामले में जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) प्रशासन के दावों पर सवाल खड़ा कर दिया है।
जहां JNU प्रशासन ने दावा किया किया था कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने 3 जनवरी को सर्वर, बायोमीट्रिक सिस्टम और CCTV कैमरों के साथ तोड़फोड़ की थी, वहीं इस RTI के जवाब में सामने आया है कि 3 जनवरी को कोई तोड़फोड़ नहीं की गई।
पृष्ठभूमि
5 जनवरी को नकाबपोश गुंडों ने किया था JNU पर हमला
बता दें कि 5 जनवरी को शाम 5 बजे के बाद 50-60 नकाबपोश गुंडों ने लोहे की रॉड, हॉकी और डंडों के साथ JNU कैंपस में घुसकर छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया था।
इन गुंडों ने करीब तीन घंटे तक कैंपस के अंदर आतंक मचाया, लेकिन इस दौरान पुलिस गेट पर ही खड़ी रही और JNU प्रशासन ने भी पुलिस को अंदर बुलाने की जहमत नहीं उठाई।
इस हमले में लगभग 35 छात्र घायल हुए थे।
JNU प्रशासन शिकायत
हिंसा को दो-तीन से चली आ रही झड़प से जोड़ा गया
जब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) पर ये हमला करने के आरोप लगने लगे और इसकी जांच की मांग की जाने लगी तो इस हिंसा को JNU में दो-तीन दिन से छात्रों के बीच चली आ रही झड़प से जोड़ा गया।
JNU प्रशासन ने मामले में FIR दर्ज कराते हुए कहा था कि 3 जनवरी को नकाब पहने छात्रों का एक गुट जबरदस्ती CIS कार्यालय में घुसा और CCTV कैमरों, बायोमैट्रिक और सर्वर समेत कई चीजों का साथ तोड़फोड़ की।
विरोधाभास
अब RTI के जवाब में सामने आई विपरीत जानकारी
अब नेशनल कैम्पेन फॉर पीपुल्स राइट टू इन्फॉर्मेशन के सदस्य सौरव दास की RTI के जवाब में इसके विपरीत जानकारी सामने आई है।
उनकी RTI के जवाब में प्रशासन ने बताया है, "JNU का मुख्य सर्वर 3 जनवरी को बंद किया गया था और अगले दिन बिजली आपूर्ति बाधित होने से ठप हो गया। 30 दिसंबर, 2019 से 8 जनवरी, 2020 के बीच कोई भी CCTV कैमरे को नहीं तोड़ा गया।"
जानकारी
किसी बायोमैट्रिक सिस्टम को भी नहीं तोड़ा गया
JNU प्रशासन ने अपने जवाब में इस दौरान किसी बायोमैट्रिक सिस्टम को भी नहीं तोड़ा गया है। हालांकि 4 जनवरी को दोपहर एक बजे 17 फाइबर ऑप्टिकल केबल को क्षतिग्रस्त किए जाने की बात इस जवाब में जरूर कही गई है।
खुलासा
CIS कार्यालय में नहीं है CCTV कैमरों के सर्वर
दास ने अपनी RTI में इस सवाल का जवाब भी पूछा था कि क्या JNU कैंपस और उसके आसपास लगे CCTV कैमरों के सर्वर CIS कार्यालय में स्थित हैं।
इसके जवाब में JNU प्रशासन ने कहा कि CCTV कैमरों के सर्वर डाटा सेंटर में हैं, ना कि CIS कार्यालय में।
प्रशासन ने 5 जनवरी को नकाबपोश गुंडों के हमले के दौरान दोपहर तीन बजे से लेकर रात 11 बजे तक की फुटेज नहीं होने की बात भी कही है।
बयान
दास बोले, RTI के जवाब में 3 जनवरी को तोड़फोड़ का जिक्र नहीं
अपनी RTI के जवाब पर प्रतिक्रिया देते हुए दास ने कहा, "3 जनवरी को तोड़फोड़ का कोई भी जिक्र नहीं है, वहीं प्रशासन ने दावा किया था कि इस दिन नकाबपोश गुंडों ने सर्वर रूम में तोड़फोड़ की थी जिससे रजिस्ट्रेशन रुक गए।"