CBSE देशभर में 15 लाख शिक्षकों की योग्यता बढ़ाने पर करेगी काम, प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू होगा
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) अपने शिक्षकों की योग्यता बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने जा रहा है। इसमें 15 लाख से अधिक शिक्षक शामिल होंगे। न्यूज18 के मुताबिक, शिक्षकों के पेशेवर विकास के लिए CBSE अगले साल ट्रेनिंग इंटरवेंशन फ्रेमवर्क एंड सॉल्यूशंस (TIFS) कार्यक्रम शुरू करेगा। इस कार्यक्रम के तहत पूरे देश में CBSE से संबद्ध 30,000 से अधिक स्कूलों के प्राथमिक कक्षाओं के शिक्षकों से लेकर प्रधानाचार्य तक शामिल होंगे।
50 घंटे का होगा प्रशिक्षण कार्यक्रम
रिपोर्ट के मुताबिक, छात्रों को पढ़ाने में शिक्षकों की योग्यता को बढ़ाने के लिए TIFS प्रशिक्षण में प्राथमिक शिक्षक (ग्रेड 1 से 5), प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (ग्रेड 6 से 8), स्नातकोत्तर शिक्षक (ग्रेड 9 से 12), उप-प्रधानाचार्य, प्रधानाचार्य, परामर्शदाता, समन्वयक, पुस्तकालयाध्यक्ष और अन्य शामिल होंगे। करीब 50 घंटे तक चलने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य शैक्षणिक विषयों में नियमित प्रशिक्षण के माध्यम से शिक्षकों को सशक्त बनाकर अकादमिक उत्कृष्टता प्राप्त करना है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति में है इसकी सिफारिश
CBSE की यह योजना राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत है, जिसमें योग्यता-केंद्रित शिक्षा की 50 घंटे के सतत व्यावसायिक विकास की अनिवार्यता की सिफारिश की गई है। CBSE का कहना है कि बोर्ड प्रशिक्षण गतिविधियों के पूरे जीवनचक्र का प्रबंधन करने के लिए एक मजबूत और एकीकृत प्रणाली, प्रशिक्षण हस्तक्षेप रूपरेखा और समाधान (TIFS) शुरू करके अपने प्रशिक्षण प्रभाग को मजबूत करना चाहता है। बताया जा रहा है कि प्रशिक्षण कार्यक्रम नियमित तौर पर चलेगा।
CBSE से जुड़े हैं ये स्कूल
CBSE से देशभर में करीब 30,000 स्कूल और 25 विदेशी देशों में 257 स्कूल संबद्ध हैं। इनमें 1,247 केंद्रीय विद्यालय, 5,280 सरकारी/सहायता प्राप्त स्कूल और करीब 22,408 स्वतंत्र स्कूल शामिल हैं।