गुजरात: कांडला बंदरगाह से 1,439 करोड़ रुपये की 205 किलोग्राम हेरोइन जब्त, मुख्य आरोपी गिरफ्तार
गुजरात के कांडला बंदरगाह से 200 किलोग्राम से अधिक हेरोइन जब्त की गई है। राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने यह हेरोइन जब्त की है। आज जारी किए गए अपने बयान में DRI ने बताया कि उत्तराखंड की एक कंपनी द्वारा आयात किए गए माल से 205.6 किलोग्राम हेरोइन जब्त हुई है जिसकी कीमत लगभग 1,439 करोड़ रुपये है। ये माल ईरान के बंदर अब्बास बंदरगाह से कांडला आया था। मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
DRI ने 21 अप्रैल को गुजरात ATS के साथ मिलकर मारा था छापा
DRI ने अपने बयान में बताया कि खुफिया जानकारी के आधार पर उसने 21 अप्रैल को गुजरात आतंकवाद निरोधी दस्ता (ATS) के साथ मिलकर कांडला बंदरगाह पर उत्तराखंड की कंपनी की खेप पर छापा मारा था। इस खेप में कुल 17 कंटेनर थे जिनमें 10,318 बैग थे। इनका कुल वजन 396 मीट्रिक टन था और इसे जिप्सम पाउडर बताकर आयात किया गया था। अभी तक की पड़ताल में इससे 205.6 किलोग्राम हेरोइन बरामद की जा चुकी है।
कड़ी मशक्कत के बाद पंजाब के एक गांव से गिरफ्तार किया गया मुख्य आरोपी
DRI ने बताया कि माल को आयात करने वाला मुख्य आरोपी उत्तराखंड स्थित अपने रजिस्टर्ड पते पर नहीं मिला जिसके बाद उसे पकड़ने के लिए देशभर में अभियान चलाया गया। एजेंसी के अनुसार, आरोपी को पकड़ने के लिए उसने कई इलाकों में खोजबीन की, लेकिन वह बार-बार जगह बदलता रहा। अंत में उसे पंजाब के एक छोटे से गांव से गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेज (NDPS) कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पिछले साल सितंबर से रखी जा रही थी कंटेनरों पर नजर
गुजरात पुलिस प्रमुख आशीष भाटिया ने मामले पर कहा कि ये 17 कंटेनर पिछले साल सितंबर से अक्टूबर के बीच ईरान से कांडला बंदरगाह आए थे और तभी से इन पर निगाह रखी जा रही थी। उन्होंने कहा, "कंटेनरों की तब भी छानबीन की गई थी, लेकिन तब इनमें कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला था। बाद में ATS से एक कंटेनर में ड्रग्स होने की सटीक जानकारी मिलने के बाद DRI ने उस कंटेनर से 205.6 किलोग्रम हेरोइन जब्त की।"
सितंबर में मुंद्रा बंदरगाह से बरामद हुई थी 21,000 करोड़ रुपये की हेरोइन
बता दें कि पिछले साल सितंबर में भी गुजरात के कच्छ स्थित मुंद्रा बंदरगाह से 21,000 करोड़ रुपये की कीमत की लगभग 3,000 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी। इसे भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में हेरोइन बरामदगी का सबसे बड़ा मामला बताया गया था। मुंद्रा बंदरगाह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी माने जाने वाले कारोबारी गौतम अडानी चलाते हैं, इस कारण इस मामले पर राजनीतिक विवाद भी हुआ था। ये खेप भी ईरान होते हुए आई थी।
देश में हेरोइन की तस्करी में हुआ है इजाफा
बीते तीन-चार सालों में देश में जब्त की गई हेरोइन की मात्रा में तेज उछाल देखा गया है। जहां 2018 में DRI ने आठ किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी, वहीं 2021 में यह मात्रा बढ़कर 3,000 किलोग्राम हो गई। कल की पंजाब के अटारी चेक पोस्ट पर 102 किलोग्राम हेरोइन जब्त की गई थी। अधिकारियों का कहना है कि नशे की तस्करी के लिए भारत एक ट्रांजिट प्वाइंट के तौर पर उभर रहा है।
क्या है तस्करी बढ़ने की वजह?
तस्करी बढ़ने के कारण बताते हुए अधिकारियों ने कहा कि इसकी एक वजह अफगानिस्तान में अफीम की फसल की खेती में वृद्धि हो सकती है। ड्रग्स और अपराध के खिलाफ काम करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने बताया कि अफगानिस्तान में अफीम की अवैध खेती के लिए इस्तेमाल होने वाले इलाके में 37 प्रतिशत इजाफा हुआ है, जिसका नियंत्रण अब तालिबान के पास है। इसके अलावा तस्करी के लिए भारत के रास्ते का इस्तेमाल भी बढ़ा है।