अधिक उम्र के लोगों के मुकाबले युवाओं के लिए अधिक बेहतर क्यों है आंत्रप्रेन्योरशिप?
क्या है खबर?
अगर आप कक्षा 12 या ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी कर चुके हैं और आगे पढ़ने की बजाय आंत्रप्रेन्योर बनना चाहते हैं तो आप सही सोच रहे हैं।
देश में कम होती सरकारी नौकरियों और प्राइवेट नौकरियों में कम वेतन और अधिक मेहनत से बचने के लिए आप आंत्रप्रेन्योर बनकर कुछ नया करने के साथ-साथ लोगों को नौकरी भी दे सकते हैं।
आइए जानते हैं कि एक युवा व्यक्ति को आंत्रप्रेन्योर के सफर में क्या-क्या फायदे मिलते हैं।
युवा
सिर्फ मध्य वर्ग के लोग ही नहीं, बल्कि युवा भी बन सकते हैं आंत्रप्रेन्योर
आम सोच के विपरीत मध्य वर्ग के लोग ही नहीं, बल्कि युवा भी आंत्रप्रेन्योर बन सकते हैं।
लोगों में यह धारणा बनी हुई है कि आंत्रप्रेन्योरशिप के लिए बेहतर है कि व्यक्ति पहले कुछ वर्ष काम कर लें और इसके बाद ही एक आंत्रप्रेन्योर के तौर पर काम करे।
लेकिन आज के समय में यह बात बिल्कुल गलत साबित होती दिख रही है और काफी संख्या में युवा आंत्रप्रेन्योरशिप की दुनिया में आकर अपना नाम कमा रहे हैं।
आंत्रप्रेन्योरशिप
आंत्रप्रेन्योरशिप में उम्र मायने नहीं, खुद से सीखने की चीज
आंत्रप्रेन्योरशिप खुद से सीखी जाती है और इसके लिए आपको किसी भी खास अनुभव की जरूरत नहीं है। इसके लिए आप जितना अपने क्षेत्र में काम करेंगे, आपको उतना सीखने को मिलेगा।
आप किसी नए क्षेत्र में जितनी जल्दी जाएंगे और अपने काम को सीखेंगे, आप उतनी ही जल्दी अपने काम को सही तरीके से करने की समझ पैदा कर पाएंगे।
इससे आपको अनुभव के साथ-साथ आपके बिजनेस में भी फायदा मिलेगा।
जुनून
युवा में होता है अधिक जुनून
किसी भी व्यापार को शुरू करने वाला व्यक्ति अगर युवा है तो आप देखेंगे कि उसके जुनून का स्तर अधिक होता है और उसके जोखिम उठाने की क्षमता भी अधिक होती है।
किसी व्यापार को चलाने में इन दोनों विशेषताओं की सबसे अधिक जरूरत होती है।
20 के दशक के लोग भले ही 40 के दशक के जितने अनुभवी न हों, लेकिन उनकी प्रेरणा का स्तर उन्हें हमेशा बढ़त देगा और वह एक सफल आंत्रप्रेन्योर के तौर पर खड़े होंगे।
क्षमता
युवाओं में होती है सीखने की अधिक क्षमता
आंत्रप्रेन्योरशिप किसी व्यक्ति को सुबह नौ से पांच बजे की नौकरी की तुलना में कहीं अधिक मूल्यवान बातें सिखाती है और इससे व्यक्ति का समग्र विकास होता है।
किसी व्यापार को शुरू करने के लिए बजट तैयार करना, टीम मैनेजमेंट और ऐसे कई गुण एक आंत्रप्रेन्योर को सीखने को मिलते हैं और अगर यह काम युवा उम्र में किया जाए तो वह मध्य वर्ग के व्यक्ति से कहीं अधिक सीख सकता है।