उत्तर प्रदेश: 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती में बचे 17,000 पदों पर जल्द शुरू होगी नियुक्ति
उत्तर प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में रिक्त पदों पर सहायक शिक्षक भर्ती की मांग कर रहे अभ्यर्थियों को सरकार ने चुनाव से पहले बड़ा तोहफा दिया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी प्राइमरी स्कूलों में रिक्त लगभग 17,000 सहायक शिक्षकों की भर्ती करने का ऐलान किया है। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डॉ सतीश चन्द्र द्विवेदी ने शुक्रवार को बताया कि बेसिक शिक्षा परिषद की 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती के तहत छूटे हुए 17,000 पदों पर भर्ती की जाएगी।
2018 से अटका हुआ था शिक्षक भर्ती का मामला
बता दें कि जनवरी 2018 में 68,500 और दिसंबर 2018 में 69,000 शिक्षक भर्ती शुरू हुई थीं। इनमें 68,500 में लगभग 45,000 और 69,000 शिक्षक भर्ती में लगभग 68,000 शिक्षक भर्ती हुए हैं। इसके बाद भी 17,000 पद रिक्त रह जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द करते हुए 2017 में 1.37 लाख पदों को भरने का आदेश दिया था। इसी क्रम में रिक्त पदों को भरने का फैसला लिया गया है।
आरक्षण विवाद सुलझा
बेसिक शिक्षा परिषद की 69,000 सहायक शिक्षक भर्ती में अन्य पिछड़ा वर्ग और अनुसूचित जाति के आरक्षण निर्धारण में हुई विसंगति दूर कर चयन से वंचित रहे 6,000 अभ्यर्थियों को नौकरी मिलेगी। इनकी चयन सूची 30 दिसंबर, 2021 को जारी होगी और 6 जनवरी को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 23 दिसंबर, 2021 को आंदोलनरत अभ्यर्थियों से बात कर विभाग के अधिकारियों को आरक्षण की विसंगति दूर करने के निर्देश दिए थे।
आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थी इन तिथियों का रखें ध्यान
28 दिसंबर, 2021 को आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों की सूची तैयार होगी। 30 दिसंबर, 2021 को शिक्षकों के परीक्षण के बाद चयनितों की सूची राज्य सूचना केंद्र की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। इसके बाद 3 से 5 जनवरी, 2022 के बीच जिलों में चयनित शिक्षकों के दस्तावेज जांचे जाएंगे। अंत में 6 जनवरी, 2022 को चयनित शिक्षकों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नियुक्ति पत्र वितरित कर दिए जाएंगे।
न्यूजबाइट्स प्लस (आंकड़े)
इंडियन एक्सप्रेस ने CMIE के डाटा पर आधारित एक विश्लेषण में यह पाया कि जब योगी सरकार ने अप्रैल 2017 में उत्तर प्रदेश में सत्ता संभाली, तब से लेकर अब तक प्रदेश की वर्किंग-एज-पापुलेशन 12 फीसदी बढ़ी है। इसका मतलब काम करने के इच्छुक और काम ढूँढ रहे लोगों की संख्या में 12 फीसदी का इजाफा हुआ है। वर्किंग-एज-पापुलेशन की दर जनसंख्या में रोजगार की मांग को दर्शाता है।