CBSE Exam 2019: सही और अच्छे उत्तर लिखने के लिए अपनाएं ये तरीके, मिलेंगे अच्छे नंबर

सभी छात्रों का परीक्षा में कॉपी लिखने का एक अलग ही तरीका होता हैै, इसलिए एक जैसा उत्तर लिखने पर भी कुछ छात्रों को ज़्यादा और कुछ छात्रों को कम नंबर मिलते हैं। यदि कोई छात्र परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाता है तो तैयारी की दिशा में किये गए सभी प्रयास व्यर्थ हो जाते हैं। इसलिए हम आपको बताने वाले हैं कि आपको कैसे अपनी उत्तर पुस्तिका में उत्तर लिखने हैं।
कई बार ऐसा होता है कि किसी प्रश्न में आप वो सब लिख देते हैं जो आपको आता है। आप ये नहीं देखते कि वो प्रश्न लम्बा हैं या छोटा। ऐसा न करें, आप हमेशा प्रश्न के जवाब को ये देखकर लिखे कि वो कितने नंबर का है। विषय के बारे में एक सामान्य लाइन लिखते हुए आप अपना जवाब शुरू करें। आपको उस प्रश्न के बारे में सब आता है ये बताने के लिए उदाहरण, सिद्धांत बता सकते हैं।
आजकल, ज्यादातर CBSE स्कूलों में शिक्षा का माध्यम अंग्रेजी है, इसलिए छात्रों को यह जानना चाहिए कि एक सरल और स्पष्ट भाषा में कैसे लिखना है। आपके लिए ये समझना बहुत जरूरी है कि आप एक आंसर शीट लिख रहे हैं। जिसके लिए आपको सरल भाषा का उपयोग करना है, जिससे निरीक्षक को आपकी बात जल्दी समझ आ जाए। छोटे सेंटेंस बनाएं, कठिन शब्दों का प्रयोग न करें, इससे आपकी स्पेलिंग भी गलत नहीं होती है।
शॉर्ट फॉर्म का उपयोग करना आपके लिए फायदेमंद साबित नहीं होगा। आपकी आंसर शीट में wouldn't, couldn't, should've जैसे शब्द नहीं होने चाहिए। आपको इनके फुल फार्म का ही उपयोग करना चाहिए। कई बार कुछ ऐसे प्रश्न भी होते हैं, जिनमें आपसे फुल फॉर्म पूछी जाती हैं, इसलिए आपको सबकी फुल फॉर्म भी आनी चाहिए। अगर आप फुल फॉर्म लिखते हैं तो उससे निरीक्षक पर अच्छा प्रभाव पड़ता है। आपका उत्तर भी देखने में अच्छा लगता है।
कई बार ऐसा होता है कि आप प्रश्न को सही से पढ़ें बिना ही अपना उत्तर लिखने लगते हैं। आपसे पूछा कुछ जाता है, आप कुछ और ही लिख देते हैं। इसलिए आपसे कहा जाता है कि प्रश्न के अनुसार ही उत्तर लिखें।
प्रयोगों के रूप में लंबे उत्तर लिखते समय या अपने विज्ञान व्यावहारिक में चरण-दर-चरण प्रक्रियाओं को लिखते समय, हमेशा एक्टिव वॉइस का उपयोग करने से बचें। हमेशा पैसिव वॉइस का उपयोग करें। ये अच्छा भी लगता है और समझ में भी आता है। अगर उत्तर को संक्षेप में लिखना है तो बहुत ज़्यादा शब्दों का उपयोग करने से बचें। अकादमिक संदर्भों में आमतौर पर मल्टी वर्ब शब्दों के बजाय फॉर्मल सिंगल शब्दों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है।
छात्रों को बोली जाने वाली और लिखित अंग्रेजी के बीच का अंतर समझना बहुत जरूरी है। छात्रों को अपनी आंसर शीट लिखते समय लिखित अंग्रेजी का उपयोग करना चाहिए। ये याद रखना होगा कि वे जो बालते हैं या मैसेज में लिखते हैं वो नहीं लिखना है। जैसे कि मैसेज में good को gud लिख देते हैं और ऐसे कई अन्य शब्द भी हैं, ऐसा करने से बचें। लिखते समय ये ध्यान रखें कि शब्द को कैसे लिखना है।