
DU Admission 2019: दाखिले से पहले ऑनलाइन होगी दस्तावेजों की जांच, जानें
क्या है खबर?
दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में हर साल लाखों की संख्या में छात्र एडमिशन लेते हैं।
पिछले कुछ सालों से में जाली दस्तावेजों के आधार पर हुए कई एडमिशनों के मामले सामने आए थे।
जिस कारण इस साल दिल्ली यूनिवर्सिटी इसको लकर सावधानी बरतने के लिए कुछ कदम उठा सकती है।
एकेडमिक सेशन 2019-20 के लिए DU की एडमिशन कमेटी कोशिश कर रहा है कि CBSE समेत बाकी स्टेट बोर्ड की भी मार्कशीट की जांच करने में उसकी मदद करें।
फोरेंसिक जांच
केवल इन छात्रों के दस्तावेजों की होगी फोरेंसिक जांच
DU ने ये तय कर लिया है कि अब सिर्फ उन्हीं छात्रों के दस्तावेजों की फोरेंसिक जांच होगी, जिनके दस्तावेजों की एडमिशन के अंतिम दिन तक भी ऑनलाइन जांच नहीं हो पाएगी।
इसके लिए फोरेंसिक एक्सपर्ट्स के साथ मिलकर एडमिशन कमेटी कुछ गाइडलाइंस भी बनाएगी।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगले हफ्ते से DU में अंडरग्रैजुएट समेत PG, M.Phil, Phd के लिए एडमिशन प्रकिया शुरू हो सकती है।
स्टेट बोर्ड
स्टेट बोर्ड का साथ मिलने से होगी आसानी
दस्तावेजों की जांच को लेकर एडमिशन कमेटी ने DU की स्टैंडिंग कमिटी में प्रस्ताव दिया था। जिस प्रस्ताव को मंजूर दे दी गई है।
DU में 80% छात्र CBSE से ही हैं। ऐसे में अगर नंबर सीधे CBSE के डेटाबेस से अपलोड किए जाएं, तो दस्तावेजों की जांच ऑनलाइन ही हो जाएगी और धोखाधड़ी के मामले भी नहीं होंगे।
वहीं स्टेट बोर्ड का साथ मिलने पर DU को और आसानी होगी।
जिसके लिए DU मिनिस्ट्री सेक्रेटेरिएट से मदद लेगा।
बयान
क्य कहा DU की स्टैंडिंग कमेटी के मेंबर ने
एडमिशन कमेटी के अनुसार अगर CBSE के अलावा असोसिएशन ऑफ बोर्ड ऑफ सेकेंडरी असोसिएशन (AOBSE) और काउंसिल ऑफ बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (COBSE) के दूसरे बोर्ड भी जुड़ जाएं, तो दस्तावेजों की ऑनलाइन जांच हो पाएगी।
DU की स्टैंडिंग कमेटी के मेंबर डॉ रसाल का कहना है कि इसको स्टैंडिंग कमेटी से मंजूरी भी मिल गई है, लेकिन इस साल यानी साल 2019 के लिए स्टेट बोर्ड का जुड़ना मुश्किल होगा, क्योंकि इसके लिए पहले से तैयारी जरूरी है।