NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    नरेंद्र मोदी
    राहुल गांधी
    एशियाई खेल
    #NewsBytesExclusive
    #NewsBytesExplainer
    वनडे विश्व कप 2023
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout


    देश राजनीति दुनिया बिज़नेस खेलकूद मनोरंजन टेक्नोलॉजी करियर अजब-गजब लाइफस्टाइल ऑटो एक्सक्लूसिव विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
     
    होम / खबरें / करियर की खबरें / राष्ट्रीय गणित दिवस: गणितज्ञ रामानुजन के बारे में ऐसी बातें जो कम ही लोग जानते होंगे
    राष्ट्रीय गणित दिवस: गणितज्ञ रामानुजन के बारे में ऐसी बातें जो कम ही लोग जानते होंगे
    1/5
    करियर 1 मिनट में पढ़ें

    राष्ट्रीय गणित दिवस: गणितज्ञ रामानुजन के बारे में ऐसी बातें जो कम ही लोग जानते होंगे

    लेखन मोना दीक्षित
    Dec 22, 2018
    03:49 pm
    राष्ट्रीय गणित दिवस: गणितज्ञ रामानुजन के बारे में ऐसी बातें जो कम ही लोग जानते होंगे

    जहां एक तरफ गणित कई छात्रों के लिए कठिन विषय होता है तो वहीं दूसरी तरफ गणित कुछ छात्रों के लिए उनका पसंदीदा विषय होता है। आप सोच रहे होंगे कि हम इस बारे में क्यों बात कर रहें हैं। क्योंकि आज यानी कि 22 दिसंबर को 'राष्ट्रीय गणित दिवस' (National Mathematics Day) के रूप में मनाया जाता है। आइये जानते हैं कि क्यों आज का दिन हर साल राष्ट्रीय गणित दिवस के रूप में मनाया जाता है।

    2/5

    क्यों मनाया जाता है गणित दिवस

    22 दिसंबर को महान गणितज्ञ श्रीनिवास अयंगर रामानुजन की जयंती होती है, जिसे पूरे देश में राष्ट्रीय गणित दिवस के रुप में मनाते हैं। रामानुजन का जन्म तमिलनाडु के इरोड में 1887 में हुआ था। उनका परिवार उनके जन्म के बाद कुंबकोणम स्थानांतरित हो गए थे। अब उनके घर को श्रीनिवास रामानुजन अंतर्राष्ट्रीय स्मारक के रूप में बनाए रखा गया है। उन्होंने 1909 में सिर्फ 9 साल की जानकी अम्मल से शादी की थी।

    3/5

    असामान्य प्रदर्शन के कारण छात्रवृत्ति सम्मान खोया

    उन्हें गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज, कुंभकोणम में छात्रवृत्ति से सम्मानित किया गया था, लेकिन अंत में उन्होंने इस सम्मान को खो दिया। जिसका कारण अन्य विषयों में उनका असामान्य प्रदर्शन बताया गया।

    4/5

    लगभग 3,000 प्रमेय साबित की

    उन्हें अपने समय के महानतम गणितज्ञों में से एक माना जाता है, लेकिन रामानुजन के पास गणित की कोई औपचारिक प्रशिक्षण नहीं थी। अगर हम गणित में उनके योगदान की बात करें तो 12 साल की उम्र में ही उन्होंने त्रिकोणमिति में महारत हासिल कर ली थी। संख्या और प्रमेयों के साथ उनका आकर्षण बहुत कम उम्र में ही शुरू हुआ और उन्होंने अपने जीवनकाल में 3,000 से भी अधिक प्रमेय और समीकरणों को साबित किया।

    5/5

    विचारों को हरी स्याही से नोटबुक में लिखते थे

    जानकारी के मुताबिक रामानुजन अपने विचारों को हरी स्याही से नोटबुक में लिखते थे। 1976 में उनकी एक नोटबुक 'लोस्ट नोटबुक' गणितज्ञ जॉर्ज एंड्रयूज द्वारा ट्रिनिटी कॉलेज की लाइब्रेरी में पायी गयी, बाद में इसे एक पुस्तक के रूप में प्रकाशित किया गया था। रामानुजन के जीवन की कहानी बताने के लिए चेन्नई में एक संग्रहालय भी बनाया गया है और इसमें उनके घर और परिवार की कई तस्वीरों के साथ दोस्तों, रिश्तेदारों आदि के पत्र भी हैं।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    शिक्षा

    शिक्षा

    RPF Recruitment: रेलवे सुरक्षा बल में निकली भर्तियां, जानें कैसे करें आवेदन परीक्षा
    जारी हुई NIOS DELEd चौथे सेमेस्टर की परीक्षा तिथि, 14 और 15 फरवरी को होगी परीक्षा परीक्षा
    UPSC IAS साक्षात्कार में पूछे गए ये 7 मुश्किल सवाल, जानें कैसे देें जवाब परीक्षा
    Rajasthan Board: 07 मार्च, 2019 से शुरू होगी 12वीं की परीक्षा, जाने पूरा टाइम टेबल राजस्थान
    अगली खबर

    करियर की खबरें पसंद हैं?

    नवीनतम खबरों से अपडेटेड रहें।

    Career Thumbnail
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2023