NEET-UG के 1,563 उम्मीदवारों के दोबारा हुई परीक्षा के परिणाम जारी, यहां करें चेक
राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) ने राष्ट्रीय प्रवेश-सह पात्रता परीक्षा (NEET)-UG 2024 के 1,563 उम्मीदवारों के पुनः परीक्षा के परिणाम जारी कर दिए हैं। यह परीक्षा पेपर लीक के आरोप और धांधली की खबरें सामने आने के बाद कराई गई थीं। NTA की ओर से सूचित किया गया है कि सभी उम्मीदवारों के संशोधित अंक वेबसाइट exams.nta.ac.in/NEET पर अपलोड किए जा चुके हैं। अभ्यर्थी आवेदन संख्या और जन्मतिथी से लॉग-इन करके अपना परिणाम देख सकते हैं।
23 जून को हुई थी 1,563 अभ्यर्थियों की परीक्षा
NTA की ओर से 23 जून को 1,563 अभ्यर्थियों की परीक्षा आयोजित किए गए थे। इन परीक्षार्थियों को ग्रेस अंक दिए गए थे, जिससे बवाल खड़ा हो गया था। परीक्षा के दिन 1,563 अभ्यर्थियों में से सिर्फ 813 अभ्यर्थी ही उपस्थित हुए थे। नए परीक्षा परिणाम में किसी के भी 720 में से 720 अंक नहीं आए है। अभ्यर्थी परिणाम को वेबसाइट से डाउनलोड कर सकते हैं। यह परिणाम ग्रेस अंकों को छोड़कर मूल अंकों पर आधारित है।
13 जून को सुप्रीम कोर्ट ने 1,563 अभ्यर्थियों का रद्द किया था परिणाम
सुप्रीम कोर्ट में करीब 10 अभ्यर्थियों ने ग्रेस अंक समेत परीक्षा की सत्यनिष्ठा पर सवाल उठाते हुए याचिका दायर की थी, जिसके बाद 13 जून को कोर्ट ने परीक्षा में ग्रेस अंक पाने वाले 1,563 छात्रों के ग्रेस अंक हटाने और दोबारा परीक्षा दिलाने की बात कही थी। इस दौरान NTA ने कहा था कि सभी 1,563 उम्मीदवारों के ग्रेस अंक हटाए जाएंगे और जो छात्र परीक्षा नहीं देना चाहते, उनके ग्रेस अंक हटने के बाद वाले अंक मान्य होंगे।
6 जुलाई को होगी काउंसिलिंग
अभ्यर्थियों के दोबारा परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद ही अब NEET की होने वाली काउंसिलिंग के लिए भी रास्ता साफ हो गया है, जो 6 जुलाई को होनी है। काउंसिलिंग पर कोर्ट ने रोक नहीं लगाई थी। हालांकि, NEET मामले से जुड़ी सभी याचिकाओं को 8 जुलाई को मुख्य न्यायाधीश (CJI) की अगुवाई वाली पीठ के लिए सूचीबद्ध करने के निर्देश दिए थे। मामले पर अंतिम सुनवाई 8 जुलाई को होनी है।
क्या है NEET मामला?
NEET UG परीक्षा का आयोजन 5 मई को हुआ था। उस दौरान 8 फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए थे। परीक्षा वाले दिन पटना में जले प्रश्न पत्र बरामद हुए थे। परिणाम आए तो उसमें रिकॉर्ड 67 उम्मीदवारों ने ऑल इंडिया रैंकिंग (AIR-1) हासिल की और सभी के 720 में 720 अंक थे। इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई याचिकाएं दायर हैं। मामले की जांच CBI और बिहार की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) कर रही है। CBI ने गिरफ्तारी भी की है।