अब CBSE के स्कूल होंगे 'एंगर फ्री जोन', शिक्षक नहीं कर पाएंगे गुस्सा
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) के छात्रों के लिए एक अच्छी खबर है। अब CBSE के स्कूलों में शिक्षक छात्रों पर गुस्सा नहीं कर पाएंगे। जी हां CBSE द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार अब शिक्षक, अभिभावक या फिर कोई भी प्रशासनिक कर्मचारी स्कूलों में गुस्सा नहीं कर पाएंगे। CBSE ने अपने सभी स्कूलों को क्रोध मुक्त जोन (Anger Free Zone) बनाने को कहा है। इसके लिए दिशा निर्देश भी जारी किए हैं। आइए जानें क्या है पूरी खबर।
क्या है इसका उद्देश्य?
CBSE के सभी स्कूल एंगर फ्री जोन बनेंगे। ये एक ऐसी जगह होगी, जहां शिक्षक, अभिभावक से लेकर प्रशासनिक अधिकारी तक अपने गुस्से पर नियंत्रण करने की कोशिश करके बच्चों के लिए एक अच्छा उदाहरण सेट करेंगे। इसका उद्देश्य बच्चों को 'गुस्से से आजादी' का मोल समझाया जाएगा। बोर्ड के अनुसार इससे बच्चे मानसिक तौर पर सक्रिय और भावनात्मक रूप से स्वस्थ रहेंगे।
स्कूलों को लगाना होगा बोर्ड
इसके लिए सभी स्कूलों को परामर्श भी दिया गया है। स्कूलों को इस एक्पेरीमेंट का रिकॉर्ड रखना है और सोशल मीडिया पर #cbsenoanger के साथ शेयर भी करना है। साथ ही स्कूलों को स्कूलों में बोर्ड लगाना होगा कि ये क्रोध मुक्त क्षेत्र है।
क्या-क्या होगा इस पहल के अंतर्गत
इस पहल के तहत निर्धारित स्थान पर एंगर फ्री जोन का बोर्ड लगाने के साथ-साथ प्रार्थना सभा, खेल, कला पीरियड, क्लासरूम, लैब में बच्चों को एंगर फ्री करने के लिए अभ्यास करवाए जाएंगे। एंगर फ्री अभ्यास के समय छात्रों के अनुभव को रिकॉर्ड किया जाएगा। इस पहल के अलावा भी बोर्ड ने कई नई पहल की हैं। CBSE ने स्वास्थ्य और शारीरिक शिक्षा के लिए प्रति दिन एक पीरियड लगाना भी अनिवार्य कर दिया है।
फरवरी से होंगी बोर्ड परीक्षाएं
आगामी बोर्ड परीक्षाएं 15 फरवरी, 2020 से शुरू हो जाएंगी और मार्च, 2020 तक चलेंगी। परीक्षाओं के लिए डेटशीट आधिकारिक वेबसाइट पर जारी कर दी गईं हैं। साथ ही छात्र आधिकारिक वेबसाइट से सैंपल पेपर भी डाउनलोड कर सकते हैं।