नवोदय विद्यालय में प्रवेश की प्रक्रिया बदली, अब ऐसे होगा छात्रों का चयन
नवोदय विद्यालय समिति (NVS) ने देशभर के जवाहर नवोदय विद्यालय में कक्षा 11 में प्रवेश की प्रक्रिया में बदलाव किया है। अब 11वीं में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा देनी होगी। अब तक 11वीं में मेरिट लिस्ट के आधार पर दाखिला मिलता आया है। मेरिट लिस्ट 10वीं में प्राप्त अंकों के आधार पर तैयार होती थी, लेकिन अब प्रवेश के लिए लेटरल एंट्री सेलेक्शन टेस्ट का आयोजन किया जाएगा। परीक्षा की तारीख का ऐलान अभी नहीं हुआ है।
किन छात्रों पर लागू होगा बदलाव?
विद्यालय समिति की ओर से जारी की गई अधिसूचना में बताया गया है कि 11वीं में रिक्त सीटों पर प्रवेश के लिए परीक्षा आयोजित की जाएगी। इस परीक्षा के लिए विद्यार्थी ऑनलाइन माध्यम से आवेदन कर सकेंगे। जिन छात्रों ने नवोदय से ही 10वीं की परीक्षा पास की है, उन्हें परीक्षा नहीं देनी होगी। नया बदलाव केवल बाहरी छात्रों के प्रवेश के लिए है। परीक्षा को लेकर विस्तृत अधिसूचना जारी जल्द जारी होगी। परीक्षा का आयोजन जुलाई में संभव है।
नवोदय विद्यालय में निशुल्क होती है पढ़ाई
देश में अभी 661 नवोदय विद्यालय हैं और इनमें से 649 विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इन स्कूलों में कक्षा 6, 9 और 11 में ही प्रवेश मिलता है। नवोदय की सबसे ज्यादा ब्रांच उत्तर प्रदेश में हैं। प्रत्येक नवोदय विद्यालय में शिक्षा, आवास, यूनिफॉर्म और किताबें निशुल्क हैं। विद्यालय प्रबंधन की ओर से आने-जाने का किराया भी दिया जाता है। कक्षा 9 से 12 के सामान्य वर्ग के विद्यार्थियों से 600 रुपये महीने लिए जाते हैं।
नवोदय विद्यालय में प्रवेश की प्रक्रिया क्या है?
जवाहर नवोदय विद्यालयों में प्रवेश केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा आयोजित चयन परीक्षा के आधार पर दिया जाता है। यह परीक्षा वस्तुनिष्ठ और लिखित रूप में होती है। कक्षा 6 की प्रवेश परीक्षा में मानसिक योग्यता, अंकगणित और भाषा के सवाल होते हैं। कक्षा 6 की परीक्षा 2 घंटे की और कक्षा 9 की परीक्षा 2.30 घंटे की होती है। दिव्यांग छात्रों को परीक्षा हल करने के लिए अतिरिक्त 30 मिनट का समय दिया जाता है।
6वीं और 9वीं के लिए प्रवेश परीक्षा संपन्न
कक्षा 6 के लिए प्रवेश परीक्षा 29 अप्रैल को हुई थी। कक्षा 9 के लिए परीक्षा का आयोजन पहले ही हो गया था। अभी CBSE बोर्ड और कई राज्य बोर्ड ने 10वीं के परीक्षा परिणाम की घोषणा नहीं की है। परीक्षा परिणाम घोषित होने के बाद 10वीं में उत्तीर्ण विद्यार्थी 11वीं की प्रवेश परीक्षा में आवेदन कर सकेंगे। प्रत्येक जिले में कम से कम 75 प्रतिशत सीटें ग्रामीण क्षेत्रों से चयनित विद्यार्थियों के लिए आरक्षित होंगी।