
राष्ट्रीय बालिका दिवस: छात्राओं को दी जाने वाली शीर्ष स्कॉलरशिप योजनाओं के बारे में जानिए
क्या है खबर?
देशभर में बुधवार (24 जनवरी को) राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है। यह दिन 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान की वर्षगांठ के तौर पर मनाया जाता है।
यह लोगों को याद दिलाता है कि बालिकाओं के साथ गरिमा और समान अवसरों के साथ व्यवहार करना, उनकी शिक्षा और समग्र कल्याण को बढ़ावा देना कितना महत्वपूर्ण है।
भारत सरकार बेटियों को शिक्षित करने के लिए कई स्कॉलरशिप (छात्रवृत्ति) योजनाएं संचालित करती हैं।
आइए प्रमुख योजनाओं के बारे में जानते हैं।
#1
CBSE सिंगल गर्ल चाइल्ड स्कॉलरशिप
इस योजना के तहत प्रत्येक योग्य छात्रा को अधिकतम दो वर्षों की अवधि के लिए हर महीने 500 रुपये दिए जाते हैं।
सभी छात्राएं, जो अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं और CBSE से मान्यता प्राप्त स्कूल में कक्षा 11वीं या 12वीं की पढ़ाई कर रही हैं, योजना का लाभ उठा सकती हैं।
लाभ उठाने के लिए छात्राओं को CBSE 10वीं की परीक्षा में 60% या उससे अधिक अंक हासिल करना अनिवार्य हैं।
#2
पोस्ट ग्रेजुएट इंदिरा गांधी स्कॉलरशिप
ये योजना उन छात्राओं के लिए हैं जो किसी भी नामित विश्वविद्यालय या स्नातकोत्तर कॉलेज में पीजी पाठ्यक्रमों में दाखिला लेती हैं।
पीजी पाठ्यक्रम की 2 वर्ष की अवधि के लिए छात्राओं को 36,200 रुपये फैलोशिप राशि मिलती है।
आवेदिका अपने परिवार में एकमात्र संतान होनी चाहिए। बिना किसी भाई के जुड़वां बहनें भी स्कॉलरशिप के लिए आवेदन कर सकती हैं।
पीजी कोर्स के प्रथम वर्ष में प्रवेश के समय आवेदिका की आयु 30 वर्ष से अधिक नहीं होनी चाहिए।
#3
AICTE प्रगति स्कॉलरशिप
ये स्कॉलरशिप केवल महिलाओं के लिए है। इसमें प्रति परिवार केवल 2 बेटियां ही आवेदन कर सकती हैं।
सरकार हर साल 5,000 छात्राओं को ये स्कॉलरशिप प्रदान करती है। इसके जरिए लाभार्थियों को हर साल 50,000 रुपये मिलते हैं।
स्कॉलरशिप के लिए आवेदन सितंबर से अक्टूबर तक स्वीकार किए जाते हैं। तकनीकी डिग्री या डिप्लोमा कार्यक्रम में पहले और दूसरे वर्ष की छात्राएं आवेदन कर सकती हैं।
आवेदिका के परिवार की आय 8 लाख सलाना से कम होनी चाहिए।
#4
बेगम हजरत महल नेशनल स्कॉलरशिप
अल्पसंख्यक मामलों के मंत्रालय के तहत मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन यह स्कॉलरशिप प्रदान करता है।
ये मुख्य रूप से कक्षा 9 से 12 में पढ़ने वाली अल्पसंख्यक समुदाय की छात्राओं के लिए हैं। इसके जरिए छात्राओं को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।
इसके लिए आवेदन प्रक्रिया सितंबर में शुरू होती है। लाभ लेने के लिए आवेदिका की वार्षिक पारिवारिक आय 2 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए।
एक घर से अधिकतम दो बालिकाएं इसका लाभ ले सकती हैं।
जानकारी
वुमन साइंटिस्ट स्कीम-B
भारत सरकार का विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग महिला वैज्ञानिकों के लिए ये योजना संचालित करता है। इसके लिए आवेदन प्रक्रिया आमतौर पर फरवरी में शुरू होती है। इसका लाभ 27 से 57 साल की महिला वैज्ञानिक उठा सकती हैं।