UPPSC PCS परिणाम में शीर्ष स्थान पर आए सिद्धार्थ और प्रेमशंकर, जानिए इनकी सफलता की कहानी
उत्तर प्रदेश लोग सेवा आयोग (UPPSC) ने सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (PCS) का अंतिम परिणाम जारी कर दिया है। इस बार कुल 251 अभ्यर्थियों ने सफलता पाई है, इनमें 84 बेटियां शामिल हैं। इस परीक्षा में देवबंद सहारनपुर के रहने वाले सिद्धार्थ गुप्ता ने पहला स्थान पाया है। दूसरे स्थान पर प्रयागराज के प्रेमशंकर पांडेय हैं। शीर्ष स्थान पर आए दोनों अभ्यर्थियों के घर में खुशी का माहौल है। आइए इनकी सफलता की कहानी जानते हैं।
सिद्धार्थ दूसरे प्रयास में बने डिप्टी कलेक्टर
सिद्धार्थ गुप्ता ने अपने दूसरे प्रयास में डिप्टी कलेक्टर की रैंक हासिल की है। इससे पहले उन्होंने साल 2023 की परीक्षा में सफलता पाई थी। वे अभी बिजनौर के लेखपाल ट्रेनिंग सेंटर में नायब तहसीलदार के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा देवबंद के दून वैली स्कूल में की। उसके बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध हंसराज कॉलेज से BSc डिग्री हासिल की। वे कॉलेज के बाद से ही तैयारी में जुट गए थे।
सिद्धार्थ ने परिवार को दिया सफलता का श्रेय
सिद्धार्थ के पिता राजेश गुप्ता किराना व्यापारी हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिद्धार्थ अपने पिता का सपना पूरा करने के लिए अफसर बनना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने दिन रात मेहनत की। वे प्रतिदिन 8 से 10 घंटे पढ़ाई करते थे। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया है। उन्होंने अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि सिविल सेवा का सफल मुश्किलों से भरा है, लेकिन प्रेरित रहकर तैयारी करने पर सफलता जरूर मिलती है।
प्रेमशंकर पांडेय ने भी दूसरे प्रयास में पाई सफलता
प्रेमशंकर पांडेय ने अपने दूसरे प्रयास में ये सफलता हासिल की है। उन्होंने PCS 2022 की परीक्षा दी थी, लेकिन सफल नहीं हो पाए थे। प्रेमशंकर ने अपनी कमियों पर काम किया और सफलता पाई। उन्होंने छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर से BA और MA की पढ़ाई की है। उनके पिता उत्तर प्रदेश रोडवेज में परिचालक का काम करते थे। लिहाजा उनका बचपन आर्थिक परेशानियों में गुजरा, लेकिन उन्होंने मेहनत से कभी गुरेज नहीं किया।
वायु सेना में करते थे नौकरी
प्रेमशंकर बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल थे। उन्होंने साल 2002 में ही वायु सेना में सार्जेंट पद पर नौकरी पा ली थी। साल 2020 में उन्होंने इस नौकरी से इस्तीफा दे दिया और तैयारी में जुट गए। 2021 में उनका चयन समीक्षा अधिकारी- सहायक समीक्षा अधिकारी के पद पर हुआ था, लेकिन उन्हें PCS अधिकारी बनना था। इसके लिए उन्होंने मेहनत की और ये मुकाम हासिल किया। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय परिवार को दिया है।
प्रेमशंकर ने अभ्यर्थियों को दी ये सलाह
प्रेमशंकर ने अभ्यर्थियों की सलाह दी है कि परीक्षा में सफलता के लिए दृढ़ निश्चय और लगातार मेहनत की आवश्यकता है। अगर उम्मीदवार निर्धारित दिनचर्या का गंभीरता से पालन करें और प्रतिदिन लक्ष्य बनाकर पढ़ाई करें तो उन्हें सफलता जरूर मिलेगी।
ऐसा रहा परिणाम
UPPSC PCS परिणाम में तीसरे स्थान पर सात्विक श्रीवास्तव, चौथे स्थान पर अरविंद सिंह और 5वें स्थान पर मनोज कुमार भारती रहे। 6वें स्थान पर पवन पटेल, 7वें स्थान पर शुभि गुप्ता, 8वें स्थान पर संतोष कुमार शुक्ला, 9वें स्थान पर हेमंत मिश्र और 10वें स्थान पर माधव उपाध्याय रहे। इस बार डिप्टी कलेक्टर के 41 पदों में से सिर्फ 8 पर महिलाओं ने सफलता हासिल की है। वहीं शीर्ष 10 की सूची में केवल 2 महिलाएं शामिल हैं।