महाराष्ट्र: ओमिक्रॉन के मामले बढ़ने के बाद भी नहीं बंद होगे स्कूल, तैयार हुई यह योजना
जहां एक तरफ दिल्ली में ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सभी शिक्षण संस्थानो को पूरी तरह बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है तो वहीं दूसरी तरफ महाराष्ट्र में अभी इस पर विचार-विमर्श जारी है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए शुक्रवार को कहा कि फिलहाल राज्य में स्कूल बंद नहीं होंगे क्योंकि इससे छात्रों को शैक्षणिक नुकसान उठाना पड़ता है।
महाराष्ट्र सरकार ने बनाई यह योजना
राजेश टोपे ने सभी तरह की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा, "टीकाकरण बढ़ाना समय की मांग है और इसलिए सरकार स्कूलों को बंद करने पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय सरकारी स्कूली छात्रों के टीकाकरण पर विशेष ध्यान देने की योजना बना रही है।" उन्होंने कहा है कि जो बच्चे 15 से 18 वर्ष की आयु के हैं, उन्हें अलग-अलग बैचों में वैक्सीनेशन सेंटरों पर ले जाकर वैक्सीन लगवाई जाएगी।
स्कूल बंद करने का अंतिम निर्णय स्थानीय अधिकारियों का- टोपे
स्कूलों को बंद करने की योजना पर उन्होंने कहा कि दिशानिर्देशों के अनुसार नियंत्रण क्षेत्र और स्कूल बंद करने के बारे में अंतिम निर्णय स्थानीय अधिकारियों का होगा। उन्होंने आगे कहा, "मुंबई के स्कूलों के लिए बंद करने का निर्णय बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) द्वारा लिया जाएगा, लेकिन अगर कोरोना संक्रमण के मामलों में वृद्धि जारी रहती है, तो उसे स्कूलों को बंद करने के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।"
1 दिसंबर से कक्षा एक से सात तक के स्कूलों में हो रही पढ़ाई
बता दें कि महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामलों में कमी आने के बाद 1 दिसंबर, 2021 से कक्षा एक से सात तक के स्कूल खोलने के आदेश दे दिए थे। हालांकि, पिछले दो हफ्तों से ओमिक्रॉन वेरिएंट के संक्रमण के तेजी से फैलने के कारण दिल्ली और उत्तर प्रदेश के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। महाराष्ट्र में स्कूल जा रहे छात्रों के अभिभावक सरकार के निर्णय से परेशान हैं क्योंकि राज्य में ओमिक्रॉन के मामले सबसे अधिक हैं।
महाराष्ट्र में ओमिक्रॉन वेरिएंट के सर्वाधिक 450 मामले
महाराष्ट्र में गुरुवार को संक्रमण के 5,368 मामले सामने आए, जो एक दिन पहले सामने आए मामलों से 1,468 अधिक हैं। इससे राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 66,70,754 हो गई। वहीं, ओमिक्रॉन वेरिएंट की बात की जाए तो राज्य में ओमिक्रॉन के 450 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य सरकार ने गुरुवार रात को जारी नए दिशानिर्देश में विवाह समारोह या सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और धार्मिक सभा में शामिल होने वालों की संख्या 50 तक सीमित कर दी है।