पहले प्रयास में BITSAT पास करने के लिए अपनाएं ये टिप्स, मिलेगी सफलता
बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस एडमिशन टेस्ट (BITSAT) सबसे लोकप्रिय और कठिन राष्ट्रीय स्तर की इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं में से एक है। इसके माध्यम से बिरला के पिलानी, गोवा और हैदराबाद के परिसरों में ऑफर किए गए पाठ्यक्रमों में छात्रों को प्रवेश दिया जाता है। BITSAT में प्रवेश के लिए काफी छात्र आवेदन करते हैं और उम्मीदवारों को इसके लिए सही तैयारी की आवश्यकता है। BITSAT की अच्छी तैयारी के लिए इस लेख में कुछ टिप्स दी गई हैं।
पाठ्यक्रम को समझें और सही स्ट्रेटजी बनाएं
अपनी तैयारी शुरू करने से पहले उम्मीदवारों को BITSAT के पाठ्यक्रम को जानना चाहिए, जिसमें फिजिक्स, केमिस्ट्री, गणित (B.Pharma के लिए बायोलॉजी), अंग्रेजी और लॉजिकल रीजनिंग शामिल है। उन्हें BITSAT से कम से कम दो महीने पहले सभी विषयों को कवर करने के लिए एक योजना बनानी चाहिए और बचे हुए समय का उपयोग रिवीजन करने के लिए करना चाहिए। उनके पास एक तैयारी की एक अच्छी स्ट्रेटजी होनी चाहिए और उन्हें हर विषय के लिए पर्याप्त समय देना चाहिए।
NCERT किताबों से करें पढ़ाई
BITSAT उम्मीदवारों को प्रवेश परीक्षा की तैयारी करते समय NCERT पाठ्यपुस्तकों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। कई छात्र NCERT किताबों को अनदेखा करते हैं और रेफरेंस किताबों से पढ़ाई करते हैं। उम्मीदवारों को बेसिक कॉन्सेप्ट को समझना चाहिए। उन्हें पहले से आवश्यक किताबें/स्टडी मैटेरियल को इकठ्ठा करना चाहिए। उन्हें कई रेफरेंस किताबों से पढ़ाई करने से बचना चाहिए। इसके बजाय कन्फ्यूजन से बचने के लिए 2-3 अच्छी किताबों से पढ़ें।
किसी विषय को न छोड़े
BITSAT के उम्मीदवारों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि वे सभी विषयों के पूरे पाठ्यक्रम को कवर करें। इसके साथ ही जितना अधिक वे रिवीजन करेंगे, उतनी ही उनकी तैयारी प्रक्रिया अच्छी होगी। तैयारी करते समय उम्मीदवारों को अपने मजबूत और कमजोर क्षेत्रों की पहचान करनी चाहिए। उन्हें स्ट्रेटजी तैयार करके अपनी कमजोरियों को दूर करना चाहिए और उनके लिए अधिक समय देना चाहिए।
अपने द्वारा बनाए गए नोट्स से करें तैयारी
BITSAT परीक्षा के लिए अध्ययन करते समय उम्मीदवारों को महत्वपूर्ण कॉन्सेप्ट या बिंदुओं, सूत्रों, प्रमेयों, रासायनिक प्रतिक्रियाओं, जटिल समस्याओं को हल करने के लिए शॉर्टकट आदि के लिए भी नोट्स तैयार करने चाहिए। ये अपने द्वारा बनाएं गए नोट्स से आसानी से रिवीजन कर पाएंगे।
मॉक टेस्ट हल करें
नियमित रिवीजन और लिखित अभ्यास के अलावा पिछले साल के BITSAT पेपर्स, सैंपल पेपर्स को और मॉक टेस्ट देने चाहिए। इससे उम्मीदवारों को परीक्षा पैटर्न से परिचित होने ने मदद मिलती है। यह सिलेबस का अच्छी तरीके से रिवीजन करने में उनकी मदद करेगा और उनकी परीक्षा की तैयारी के स्तर की जांच भी करेगा। वे अपने प्रदर्शन का विश्लेषण भी कर सकते हैं और उसके अनुसार सुधार करने की स्ट्रेटजी भी बना सकते हैं।