JEE: अंतिम समय में परीक्षा की तैयारी के लिए होने वाले तनाव को ऐसे करें दूर
संयुक्त प्रवेश परीक्षा (JEE) देश के टॉप इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए आयोजित होने वाली सबसे चुनौतीपूर्ण इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा है। परीक्षा का समय पास आने से तनाव और भी बढ़ जाता है। JEE में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए उम्मीदवारों को तनाव को दूर करना होगा। जनवरी में JEE का आयोजन हो रहा है। परीक्षा में एक महीने से भी कम समय है और यहां अंतिम समय में तनाव से दूर रहने के लिए कुछ टिप्स दी हैं।
एक सही स्ट्रेटजी के अनुसार पढ़ें
तनाव से दूर रहकर JEE की तैयारी के लिए एक उचित अध्ययन योजना और स्ट्रेटजी का होना आवश्यक है। एक अच्छे टाइम टेबल के अनुसार पढ़ाई करने से उम्मीदवारों को परीक्षा के तनाव से दूर रखने में मदद मिल सकती है, क्योंकि जल्द पूरे पाठ्यक्रम के अध्ययन/रिवीजन के लिए पर्याप्त समय होना जरुरी है। इससे उन्हें अपने आत्मविश्वास को बढ़ाने में मदद मिलेगी, क्योंकि उन्हें पाठ्यक्रम को कवर करने की चिंता नहीं होगी।
रिवीजन करें और लिख-लिखकर प्रैक्टिस करें
रोजाना रिवीजन करने और लिख-लिखकर प्रैक्टिस करने से उम्मीदवारों को कॉन्सेप्ट पर अच्छी पकड़ और आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी। पिछले साल के पेपर, सैंपल पेपर और मॉक टेस्ट को नियमित रूप से हल करना भी मददगार होता है, क्योंकि यह उम्मीदवारों को परीक्षा पैटर्न से परिचित करने में मदद करता है। इसके अलावा तनाव से बचने के लिए अंतिम समय पर कुछ नया पढ़ने से बचें। पहले से ही अध्ययन किए गए विषयों पर ध्यान केंद्रित करें।
दूसरों से तुलना न करें
JEE उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण है कि वे अपनी तैयारी और प्रदर्शन की तुलना दूसरों से न करें। इससे उन पर दबाव बढ़ेगा और तनाव बढ़ेगा। उन्हें अपनी ताकत और कमजोरियों को समझना चाहिए और पॉजिटिव रहना चाहिए।
ब्रैक ले-लेकर पढ़ें
उम्मीदवारों को यह समझना चाहिए कि समय के भीतर सही तरीके से तैयारी करने और पूरे सिलेबस को कवर करने के लिए लगातार पढ़ाई नहीं करनी चाहिए। उन्हें पढ़ाई के बीच में ब्रैक लेना चाहिए। वे तनाव को दूर करने के लिए खाली समय में अपने पसंदीदा खेल खेलें, ध्यान लगाएं आदि गतिविधियां भी कर सकते हैं। इसके साथ ही पॉजिटिव सोच का होना JEE उम्मीदवारों के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
पूरी नींद ले और अच्छा खाएं
JEE की तैयारी करते समय उम्मीदवारों को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि वे तनाव से दूर रहने के लिए पूरी नींद लें और स्वस्थ भोजन खाएं। हर दिन कम से कम छह-सात घंटे सोना चाहिए। नींद पूरी होने पर पूरा ध्यान पढ़ाई पर रहेगा।