UPSC के लिए राजनीति विज्ञान के नोट्स बनाते समय रखें इन बातों का ध्यान
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा (CSE) में राजनीति विज्ञान एक महत्वपूर्ण विषय है। प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में इससे कई सवाल पूछे जाते हैं। ऐसे में इस विषय का गहराई से अध्ययन करना जरूरी है। इस विषय पर पकड़ मजबूत करने के लिए उम्मीदवारों को अच्छे नोट्स बनाने और उनका रिवीजन करने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं कि राजनीति विज्ञान के नोट्स बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
इन महत्वपूर्ण विषयों को शामिल करें
नोट्स बनाने के लिए राजनीति विज्ञान के सभी टॉपिकों को प्रारंभिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा के लिहाज से अलग-अलग भागों में बांटे लें। कुछ महत्वपूर्ण टॉपिकों को प्रमुखता से कवर करें, जिसमें भारत का संविधान, कार्यकारी, विधायी और न्यायिक प्रक्रियाओं में राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मंत्रिमंडल, संसद और न्यायपालिका की भूमिका शामिल है। इसके अलावा, उम्मीदवार केंद्र-राज्य संबंध, आपातकालीन प्रावधान, संवैधानिक इतिहास, न्यायिक प्रणाली, संवैधानिक निकाय, मौलिक अधिकार और कर्तव्य, राज्य नीति के निर्देशक तत्वों के बारे में भी जानकारियां शामिल करें।
पहली रीडिंग के तुरंत बाद नोट्स न बनाएं
राजनीति विज्ञान एक कठिन विषय है। इसके नोट्स बनाने से पहले उम्मीदवारों को बुनियादी अवधारणाओं को स्पष्ट करना चाहिए। उम्मीदवार राजनीति विज्ञान के लिए प्रमुख NCERT किताब और लक्ष्मीकांत जैसी संदर्भ पुस्तकों का अध्ययन करें। किताब की पहली रीडिंग यानि एक बार पढ़ने के तुरंत बाद नोट्स न बनाएं। सभी किताबों को कम से कम 3 बार पढ़ें और इसके बाद जानकारियों को नोट्स में शामिल करें। नोट्स में बुलेट प्वाइंट्स शामिल करें, इससे रिवीजन करने में आसानी होगी।
अध्यायों को जोड़ने का प्रयास करें
राजनीति विज्ञान में अधिकांश अध्याय एक दूसरे से जुड़े होते हैं। ऐसे में उम्मीदवार इन्हें आपस में जोड़कर नोट्स बनाएं। अगर आप मौलिक कर्तव्यों के नोट्स बना रहे हैं तो इनसे संबंधित प्रमुख संविधान संशोधन और प्रक्रिया को भी लिखें। इससे आप समझ सकेंगे कि संविधान में सामान्य संशोधन के लिए किस प्रक्रिया की आवश्यकता होती है। बिंदुओं को आपस में जोड़कर लिखने से आपको वैचारिक स्पष्टता मिलेगी और रिवीजन में भी मदद मिलेगी।
समितियां और रिपोर्ट को शामिल करें
भारत के संविधान और राजनीतिक परिदृश्य को व्यवस्थित करने के लिए कई सारी समितियां गठित की गई थी। अधिकांश उम्मीदवार इनमें भ्रमित हो जाते हैं। इस परेशानी से बचने के लिए नोट्स में समितियां, उनके द्वारा पेश की गई रिपोर्ट/सुझाव की तालिकाएं बनाएं और इसका बार-बार रिवीजन करें। इसके अलावा उम्मीदवार दैनिक रूप से अखबार पढ़ें और राजनीति विज्ञान से संबंधित राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जानकारियों को अपने नोट्स में शामिल करें।
इतिहास के भाग को अलग लिखें
राजनीति विज्ञान में कई ऐतिहासिक जानकारियां भी शामिल होती हैं, जिन्हें हमेशा अलग जगह लिखना चाहिए। उम्मीदवार संविधान के ऐतिहासिक हिस्से, संविधान सभा और आजादी के पहले हुए बदलावों के बारे में भी लिखें। सभी तारीखों और महत्वपूर्ण घटनाओं को कालानुक्रम में लिखें। इससे आप भ्रमित होने से बच सकेंगे और जानकारियों को आपस में जोड़ पाएंगे। राजनीति विज्ञान के ऐतिहासिक भाग को कवर करने के लिए नोट्स में फ्लोचार्ट और माइंड मैप्स भी बनाएं।