12वीं के बाद डाइटिशियन के रूप में बनाएं करियर, इन कोर्स में लें दाखिला
बदलते वक्त के साथ मेडिकल क्षेत्र में इलाज के नए-नए तरीके सामने आ रहे हैं। अब कई डॉक्टर डाइट यानि आहार के जरिए बीमारियों का इलाज और जीवनशैली बेहतर करने लगे हैं। ऐसे डॉक्टरों को डाइटिशियन कहा जाता है। मौजूदा समय में डाइटिशियन की मांग काफी बढ़ गई है। अगर आप मेडिकल क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहते हैं तो डाइटिशियन का कोर्स 12वीं के बाद बेहतर करियर विकल्प साबित होगा। आइए जानते हैं इस क्षेत्र में करियर कैसे बनाएं।
कौन-सा कोर्स करें?
12वीं में विज्ञान विषय से उत्तीर्ण छात्र डाइटिशियन के रूप में करियर बना सकते हैं। इसके लिए 12वीं के बाद BSc इन फूड साइंस एंड न्यूट्रीशियन, BSc इन न्यूट्रीशियन एंड डाइटेटिक्स जैसे स्नातक कोर्स कर सकते हैं। स्नातकोत्तर कोर्स में MSc इन फूड साइंस एंड न्यूट्रीशियन, MSc इन क्लिनिकल न्यूट्रीशियन, PG डिप्लोमा इन डायटेटिक्स एंड पब्लिक हेल्थ जैसे पाठ्यक्रम भी उपलब्ध हैं। छात्र चाहे तो स्नातकोत्तर के बाद PhD डिग्री भी हासिल कर सकते हैं।
कहां से करें पढ़ाई?
भारत में कई अच्छे कॉलेज हैं जो न्यूट्रिशियनिस्ट और डाइटिशियन के लिए अच्छे कोर्सों की पेशकश करते हैं। छात्र दिल्ली विश्वविद्यालय (DU), गोविंद वल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, नालंदा विश्वविद्यालय बिहार, मौलाना आजाद विश्वविद्यालय जोधपुर, इंस्टीट्यूट ऑफ योग एंड नेचुरोपैथी महाराष्ट्र, जेडी बिड़ला इंस्टीट्यूट कोलकाता, इंस्टीट्यूट ऑफ होम इकोनॉमिक्स दिल्ली, खाद्य विज्ञान और पोषण महाविद्यालय मैसूर से अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। छात्र विदेशों के कॉलेजों से पढ़ाई के लिए आवेदन कर सकते हैं।
डाइटिशियन के रूप में करियर विकल्प
इस क्षेत्र में कोर्स करने के बाद आप क्लिनिकल डाइटिशियन, हेल्थ कोच, डाइटिक टेक्नीशियन, न्यूट्रीशियनिस्ट, न्यूट्रीशियन एक्सपर्ट, स्पोर्ट्स न्यूट्रीशियनिस्ट के रूप में काम कर सकेंगे। विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों में डाइटिशियन की नियुक्ति होती है। इसके अलावा खेल अकादमी, जिम और थेरेपी सेंटर्स में भी डाइटिशियन और न्यूट्रीशियनिस्ट की मांग बढ़ रही है। आप चाहे तो खुद का अस्पताल भी खोल सकते हैं और अलग-अलग रोगों के उपचार के लिए वर्कशॉप भी चला सकते हैं।
कितना मिलेगा वेतन?
शुरुआती दौर में डाइटीशियन का वेतन 50,000 रुपये प्रतिमाह तक होता है, लेकिन अनुभव बढ़ने के साथ वेतन बढ़ता है। अगर आप सरकारी क्षेत्र में नौकरी करते हैं तो शुरुआत में एक लाख रुपये प्रतिमाह तक वेतन मिल सकता है। खेल संस्थाएं और कई निजी क्लीनिक में काम करके भी आप लाखों की कमाई कर सकते हैं। अगर आप खुद का क्लीनिक खोलते हैं तो शुरुआत में थोड़ा पैसा निवेश करना होगा, लेकिन बाद में अच्छी कमाई हो सकेगी।
कौन-से कौशल हैं जरूरी?
इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए छात्रों में वैज्ञानिक जिज्ञासा होना चाहिए ताकि वे नई-नई खोज कर सकें। डाइटिशियन मरीजों की पोषण संबंधी समस्याओं का आंकलन करता है। ऐसे में छात्रों को विभिन्न खाद्य पदार्थों के पोषण मूल्यों को जानने में रूचि होनी चाहिए।