CBSE: 12वीं के छात्र कैसे करें भौतिकी की तैयारी, किन टॉपिकों पर दें ध्यान?
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी में आयोजित होंगी। इन परीक्षाओं में विज्ञान, मानविकी, कॉमर्स संकाय के छात्र शामिल होंगे। विज्ञान संकाय में गणित, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान और भौतिकी बेहद महत्वपूर्ण विषय है। इन तीनों विषयों में अच्छे अंक लाने के लिए उम्मीदवारों को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। आइए कक्षा 12 के लिए भौतिकी का पाठ्यक्रम, महत्वपूर्ण टॉपिक और तैयारी के लिए उपयोगी टिप्स जानते हैं।
क्या है पाठ्यक्रम?
भौतिकी की थ्योरी परीक्षा 70 अंक और प्रैक्टिकल परीक्षा 30 अंक की होगी। इस विषय के पाठ्यक्रम में इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, धारा विद्युत, धारा और चुंबकत्व के चुंबकीय प्रभाव, विद्युत चुंबकीय प्रेरण और प्रत्यावर्ती धाराएं, विद्युतचुंबकीय तरंगे, प्रकाशिकी, विकिरण और पदार्थ की दोहरी प्रकृति, परमाणु और नाभिक, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे 10 खंड हैं। इन खंडों में अलग-अलग टॉपिक शामिल है। विद्युत आवेश, गतिशील आवेश, चुंबकत्व, प्रत्यावर्ती धारा, रे ऑप्टिक्स और ऑप्टिकल उपकरण, अणु, अर्धचालक इलेक्ट्रॉनिक्स और सरल सर्किट जैसे टॉपिक शामिल हैं।
इन भागों पर करें फोकस
परीक्षा तैयारी के दौरान पाठ्यक्रम को अलग-अलग भागों में विभाजित कर लें। जो उम्मीदवार गणित में कमजोर हैं, उन्हें संचार, विद्युत चुम्बकीय तरंगों, विकिरण, पदार्थ की दोहरी प्रकृति, परमाणु, नाभिक और तरंग प्रकाशिकी जैसे सिद्धांतिक अध्यायों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। जो छात्र संख्यात्मक समस्याओं को हल करना पसंद करते हैं, वे इलेक्ट्रिक चार्ज और फील्ड, इलेक्ट्रोस्टैटिक क्षमता और चुंबकत्व जैसे अध्यायों पर ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। इससे अच्छे अंक प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
आत्ममूल्यांकन करें
भौतिकी में अच्छे अंक लाने के लिए अपनी तैयारी के स्तर का मूल्यांकन करना जरूरी है। ऐसे में उम्मीदवार पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र और नए पैटर्न पर आधारित सैंपल पेपर हल करें। इनकी मदद से कमजोर क्षेत्रों की पहचान करना आसान होगा। इसके अलावा उम्मीदवार पिछले साल के टॉपर्स की उत्तर पुस्तिकाएं चेक करें। इसके माध्यम से जांचे कि क्या गलतियां हैं और उन्हें कैसे सुधारा जा सकता है। उम्मीदवार बुनियादी गलतियों पर विशेष ध्यान दें।
प्रभावी अध्ययन तकनीकों का इस्तेमाल करें
भौतिकी की अवधारणाएं जटिल हो सकती हैं, इन्हें सीखने के लिए प्रभावी अध्ययन तकनीकों का उपयोग करें। इसमें अवधारणाओं को छोटे भागों में तोड़ना, आरेख बनाना और दृश्य सहायता का उपयोग करना शामिल हैं। फ्लोचार्ट बनाकर अध्ययन करने से सीखना आसान होता है। उम्मीदवार नियमित रूप से संख्यात्मक समस्याओं को हल करने का अभ्यास करें। उम्मीदवार थ्योरी परीक्षा के साथ-साथ प्रैक्टिकल परीक्षा पर भी ध्यान दें। अभ्यर्थी प्रारूप को समझें और प्रयोगों का अभ्यास करें।