CBSE: अब एप्टीट्यूड टेस्ट देकर 11वीं में चुनें अपने विषय, जानें कैसे
10वीं के बाद छात्रों के लिए जरुरी है कि वे 11वीं में अपनी रुचि के अनुसार विषय का चुनाव करें। CBSE छात्रों को अपनी रुचि के अनुसार विषय चुनने के लिए एप्टीट्यूड टेस्ट का विकल्प दे रहा है। अब छात्र-छात्राएं एप्टीट्यूड टेस्ट देकर ये समझ पाएंगे कि किस विषय में उनकी पकड़ कितनी अच्छी है और साथ ही ये भी पता लग जाएगा कि किस विषय में उनकी कितनी रुचि है। छात्र 11वीं में एप्टीट्यूड देकर विषय का चुनाव करेंगे।
'छात्रों को है साइंस लेने की जिद'
बता दें कि बोर्ड रिजल्ट आने के बाद अब 11वीं में नामांकन का कार्य चल रहा है। स्कूलों द्वारा सभी संकायों के लिए अलग-अलग नंबरों की लिस्ट जारी करने पर भी छात्र सही विषय का चुनाव नहीं कर पा रहे हैं। सेंट डॉमिनिक सोवियोज हाईस्कूल के प्रधानाचार्य जेजे गॉल्स्टॉन ने बताया कि ज्यादातक छात्र अपनी पसंद नहीं जानते है। उनको केवल साइंस पढ़ने की जिद है। इसलिए एप्टीट्यूट टेस्ट से उन्हें अपनी रुचि का पता चलेगा।
इंजीनियरिंग और मेडिकल क्षेत्र है सबसे पंसदीदा
इंजीनियरिंग और मेडिकल क्षेत्र सबसे ज्यादा करियर विकल्प के रूप में चुना जाते हैं। इसलिए अधिकतर छात्रों को 11वीं में साइंस स्ट्रीम लेनी होती है। जब तक छात्रों को ये पता चलता है कि इंजीनियरिंग और मेडिकल के अलावा और भी दूसरे विकल्प हैं, तब तक समय काफी निकल चुका होता है। सेंट माइकल हाई स्कूल के शिक्षक आरके ठाकुर के अनुसार जो छात्र 11वीं में अपनी रुचि के अनुसार विषय लेते हैं, वे जल्दी अपना लक्ष्य प्राप्त करतेे हैं।
एप्टीट्यूड टेस्ट से होंगे ये फायदे
आपकी जानकारी के लिए बताएं कि ICSE और CBSE दोनों बोर्ड में देखा गया है कि 12वीं बोर्ड परीक्षा 2019 के कई टॉपरों ने 97 फीसदी नंबर आने के बाद भी आर्ट स्ट्रीम से पढ़ाई की। एप्टीट्यूड टेस्ट के जरिए छात्र-छात्राओं को न केवल अपने अनुसार विषय चुनने का विकल्प मिलेगा, साथ ही उन्हें ये भी पता चलेगा कि उनके लिए क्या सही है और क्या नहीं। बोर्ड ने यह विकल्प स्कूल स्तर पर ही दिया है।