DU Admission 2019: क्राइटेरिया में हुआ बदलाव, अब आवेदन करने के लिए होनी चाहिए ये पात्रता
क्या है खबर?
दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) में अंडर ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट सहित अन्य के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो गई है।
अभी तक लगभग 2.5 लाख छात्रों ने रजिस्टर करा लिया है। इसी बीच हाल ही में आई एक खबर के अनुसार कई अंडर ग्रेजुएट कोर्सों में आवेदन करने के लिए योग्यता में कई बड़े बदलाव किए गए हैं।
इसका मतलब छात्रों के लिए अब DU की एक सीट पाने की लड़ाई में शामिल होना भी मुश्किल है।
आइए जानें पूरी खबर।
शिक्षक
शिक्षकों ने जताई आपत्ति
DU के कुछ शिक्षकों ने इन बदलावों केे लिए कड़ी आपत्ति जताकर DU के वाइस चांसलर प्रोफेसर योगेश त्यागी को एक पत्र भी लिखा है।
शिक्षकों ने कहा कि आवेदन करने के लिए क्राइटेरिया ही मुश्किल करने से DU से कई छात्र दूर हो रहे हैं।
DU की एकेडमिक काउंसिल में बिना चर्चा किए ही इतने बड़े बदलावों को लागू कर दिया गया है।
इसके साथ ही शिक्षकों का कहना है कि एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया पिछले साल जैसा ही रखा जाए।
बदलाव
ये हुआ बदलाव
बदलावों के अनुसार अब B.Com (ऑनर्स) में आवेदन करने के लिए बेस्ट फोर का स्कोर न्यूनतम 60% होना चाहिए।
इससे पहले गणित/बिजनेस गणित पढ़ना जरूरी था। इसके साथ ही 12वीं में न्यूनतम 45% नंबर जरूरी थे।
बेस्ट फोर में अंग्रेजी/हिंदी के साथ बेस्ट तीन विषय जोड़ने होंगे। वे तीन विषय गणिक, अकाउंटेंसी, इको, बिजनेस स्टडीज/कॉमर्स में से चुनने होंगे।
इसके अलावा अब गणित/बिजनेस गणित में न्यूनतम 50% नंबर होने चाहिए।
B.Com के लिए न्यूनतम 60% नंबर होने चाहिए।
B.A ऑनर्स
B.A ऑनर्स के लिए भी बदली पात्रता
सभी B.A ऑनर्स के लिए पात्रता को 45% से बढ़ाकर 50% से 55% कर दिया है।
ऐप्लाइड साइकलॉजी, जियोग्राफी, पॉलिटिकल साइंस, हिस्ट्री, सोशल वर्क, सोसियॉलजी, फिलॉसफी और साइकलॉजी ऑनर्स के लिए न्यूनतम प्रतिशत 55% तय किया है।
इंग्लिश ऑनर्स के लिए 55% नंबर के साथ अंग्रेजी विषय में भी इतने नंबर होने चाहिए।
पहले इको ऑनर्स के लिए गणित पढ़ना जरुरी था, लेकिन अब गणित बेस्ट फोर में शामिल करना जरुरी है।
इकनॉमिक्स ऑनर्स के लिए 60% होना जरुरी है।
B.Sc गणित ऑनर्स
B.Sc गणित ऑनर्स तथा अन्य कोर्स के लिए होनी चाहिए ये पात्रता
B.Sc गणित ऑनर्स और B.Sc स्टैटिस्टिक्स ऑनर्स के लिए अब 60% होना जरुरी है।
इसके अलावा इन कोर्सों के लिए गणित में 60% होना जरूरी है।
B.Sc में बेस्ट तीन विषय में 55% की जगह अब 60% होना जरुरी है। इसके अलावा B.A प्रोग्राम के लिए भी 12वीं में न्यूनतम 40% की बजाय 50% होना जरूरी है।
DU की एग्जिक्यूटिव कमिटी के मेंबर डॉ. राजेश झा हना है कि इससे रिजर्व्ड कैटिगरी के छात्रों पर नेगेटिव असर पड़ेगा।