सरकार का निर्देश, IIT-IIM समेत शिक्षा संस्थानों में दिखाया जाए चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण
क्या है खबर?
भारत के लिए आज बेहद महत्वपूर्ण दिन है, देश का महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान-3 आज चांद की सतह उतरने वाला है।
इसको लेकर केंद्र सरकार ने सभी कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT), भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) को चंद्रयान-3 की लैंडिग का लाइव प्रसारण दिखाने के लिए विशेष सभा आयोजित करने को कहा है।
इससे पहले विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने भी उच्च शिक्षण संस्थानों से लाइव प्रसारण दिखाने का अनुरोध किया था।
ISRO
आज शाम लगभग 6 बजे चांद पर उतरेगा चंद्रयान-3
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) के अनुसार, चंद्रयान-3 आज शाम लगभग 6:04 बजे चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग का प्रयास करेगा।
केंद्र ने कहा कि भारत के चंद्रयान-3 की लैंडिंग एक यादगार अवसर है, यह युवाओं के मन में जुनून जगाएगा। इससे गौरव और एकता की भावना पैदा होगी। ऐसे में सभी शिक्षण संस्थानों में चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण दिखाया जाए।
इस संबंध में उच्च शिक्षा सचिव के संजय मूर्ति ने सभी शिक्षण संस्थानों को पत्र लिखा है।
उत्तर प्रदेश
उत्तरप्रदेश और हरियाणा के स्कूलों में होगा लाइव प्रसारण
उत्तर प्रदेश के सभी स्कूलों में चंद्रयान-3 की लैंडिंग का लाइव प्रसारण होगा।
इसके लिए विशेष तौर पर शाम 5:15 बजे से 6:15 बजे तक स्कूल खुले रखने के निर्देश दिए गए हैं। हरियाणा के भी सभी स्कूल आज 1 घंटे के लिए अतिरिक्त खुले रहेंगे।
प्रदेश के करनाल के एक स्कूल में कल्पना चावला ने पढ़ाई की थी, वहां भी आज चंद्रयान-3 की सफलता के लिए विशेष प्रार्थना की गई। यहां भी विद्यार्थियों को चंद्रयान-3 की लैंडिंग दिखाई जाएगी।
प्रसारण
IRSO की वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर होगा सीधा प्रसारण
आज शाम लगभग 6:04 बजे च्रंदयान-3 चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग का प्रयास करेगा, लेकिन लैंडिंग का सीधा प्रसारण शाम 5:20 बजे से ही शुरू हो जाएगा।
ISRO की आधिकारिक वेबसाइट, यूट्यूब चैनल और फेसबुक पेज पर लैंडिंग का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
इसके अलावा DD नेशनल और अन्य न्यूज चैनलों पर भी लाइव प्रसारण देखा जा सकता है।
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए पूरे देश में प्रार्थनाओं का दौर जारी है।
पहला देश
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले पहला देश बनेगा भारत
भारत से पहले अमेरिका, रूस और चीन चांद पर सफल लैंडिंग कर चुके हैं, लेकिन दक्षिणी ध्रुव पर अभी तक कोई भी देश नहीं पहुंचा है।
अगर आज चंद्रयान-3 की लैंडिंग सफल रही तो भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग करने वाला दुनिया का पहला देश बन जाएगा।
चंद्रयान-3 का पहला मिशन चांद की सतह पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग करना है। दूसरा मिशन रोवर प्रज्ञान को चांद की सतह पर उतारना और घूमने की क्षमता हासिल करना है।