विश्व बैंक का अनुमान, इस साल 6.3 प्रतिशत रहेगी भारत की विकास दर
विश्व बैंक की ओर से मंगलवार को जारी 'इंडिया डेवलेपमेंट रिपोर्ट' के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था वित्तीय वर्ष 2023-24 में 6.3 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है। बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक, निवेश और घरेलू मांग के दम पर भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार मजबूती और लचीलापन दिखा रही है, जबकि वैश्विक माहौल चुनौतीपूर्ण है। रिपोर्ट के अनुसार, 2023-24 की पहली तिमाही में भारत की बैंक ऋण वृद्धि 2022-23 में इसी अवधि के दौरान 13.3 से बढ़कर 15.8 प्रतिशत हो गई।
दक्षिण एशिया में 5.8 प्रतिशत की दर से होगी वृद्धि
विश्व बैंक का अनुमान है कि इस साल दक्षिण एशिया में 5.8 प्रतिशत की दर से आर्थिक वृद्धि होगी, जो अन्य किसी विकासशील क्षेत्र की तुलना में अधिक है। विश्व बैंक का मानना है कि दक्षिण एशिया की यह दर कोरोना महामारी से पहले की गति से धीमी है, जो अपने विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तेज नहीं है। भारत दक्षिण एशिया क्षेत्र का बड़ा हिस्सा है और इससे पूरे क्षेत्र की विकास दर बढ़ रही है।
महंगाई को लेकर क्या कहा गया रिपोर्ट में?
महंगाई दर को लेकर कहा गया कि खाद्य पदार्थों के सामान्य होने और प्रमुख वस्तुओं की आपूर्ति बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कदम उठाए जाने से यह धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है। विश्व बैंक के अनुसार, भारत की अर्थव्यवस्था सुस्त मांग, उच्च ब्याज दरों और भू-राजनीतिक तनाव जैसी मौजूदा वैश्विक बाधाओं के कारण बाधाओं का सामना कर रही है। भारत की विकास दर G-20 देशों में दूसरी सबसे अधिक और उभरती बाजार अर्थव्यवस्थाओं के औसत से लगभग दोगुनी है।