UPI लेनदेन की सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये की गई, जानिए किस भुगतान पर होगा फायदा
यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) से लेनदेन करने वालों के लिए खुशखबरी है। कुछ खास तरह के भुगतानों के लिए इसकी सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने यह फैसला लिया है, जो 16 सितंबर से प्रभावी होने वाला है। इस बदलाव से UPI के जरिए उच्च-मूल्य वाले लेनदेन करने वाले उपयोगकर्ताओं को ज़्यादा सुविधा और लचीलापन मिलेगा। हालांकि, इसके लिए कुछ शर्तें भी रखी गई हैं।
इस तरह के भुगतान करने पर मिलेगा फायदा
NPCI के पत्र के मुताबिक, कर भुगतान, अस्पतालों और शैक्षणिक संस्थानों को भुगतान और इनीशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) खुदरा प्रत्यक्ष योजनाओं में निवेश से संबंधित लेनदेन के लिए यह सीमा 5 लाख रुपये तक बढ़ जाएगी। इसके लिए बैंकों, भुगतान सेवा प्रदाताओं (PSP) और UPI ऐप्स को सत्यापित व्यापारियों की श्रेणियों के लिए प्रति लेनदेन सीमा को आगे बढ़ाना होगा। NPCI ने भी बैंकों, PSP और UPI ऐप्स को अग्रिम कार्यवाही के लिए कहा है।
अभी तक इतनी रही है सीमा
मानक UPI लेनदेन सीमा प्रति लेनदेन 1 लाख रुपये रही है। इसके अलावा पूंजी बाजार, संग्रह, बीमा और विदेशी आवक प्रेषण जैसी विशिष्ट श्रेणियों के लिए 2 लाख रुपये की सीमा है। NPCI द्वारा UPI लेनदेन सीमा बढ़ाने का निर्णय भारत में भुगतान पद्धति की बढ़ती लोकप्रियता के कारण लिया गया है। NPCI ने कहा कि UPI के पसंदीदा भुगतान पद्धति के रूप में उभरने के साथ, विशिष्ट श्रेणियों के लिए UPI में प्रति लेनदेन सीमा बढ़ाने की आवश्यकता है।