UPI को विदेशों में भी पहुंचाना चाहता है भारत, अन्य देशों से चल रही है बातचीत
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के सूत्रों के मुताबिक, यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) और इसके अन्य डिजिटल पेमेंट प्रोडक्ट्स को लेकर भारत बहुत महत्वाकांक्षी है और चाहता है कि यह विदेशों में भी इस्तेमाल हो। रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "हम हर जगह रहना चाहते हैं। शुरुआत में कुछ देशों ने रुचि दिखाई है और हम उनसे बातचीत कर रहे हैं। हम हर देश में जाना चाहते हैं चाहे वहां UPI, अन्य पेमेंट या डिजिटल प्रोडक्ट हो।"
UPI को अन्य देशों के तेज भुगतान सिस्टम से जोड़ने का प्रयास
मनीकंट्रोल के अनुसार, अधिकारी ने कहा कि UPI को अंतरराष्ट्रीय बनाने का प्रयास जारी है। कुछ देशों के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए गए हैं और कुछ देशों के साथ चर्चा चल रही है। उन्होंने कहा, "हम UPI को विश्व स्तर लोकप्रिय बनाना चाहते हैं। हम UPI को अन्य देशों के तेज भुगतान सिस्टम से भी जोड़ना चाहते हैं। यह UPI को वैश्विक बनाने का एक और तरीका है।" यह टिप्पणियां G-20 शिखर सम्मेलन से कुछ दिन पहले आई हैं।
UAE के साथ समझौता ज्ञापन पर किया गया हस्ताक्षर
G-20 सम्मेलन में भारत डिजिटल पेमेंट क्षेत्र में अपनी शक्ति और प्रगति का प्रदर्शन करेगा। बता दें कि जुलाई में गांधीनगर में G-20 वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गर्वनरों की तीसरी बैठक से पहले भारत और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने द्विपक्षीय लेनदेन को निपटाने के लिए अपनी-अपनी स्थानीय मुद्राओं का उपयोग करने और उनके तेज पेमेंट सिस्टम को लिंक करने के लिए एक रूपरेखा स्थापित करने के लिए समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए थे।
सिंगापुर के पेनाउ और UPI को जोड़ने के लिए हुआ समझौता
UPI को UAE के इंस्टैंट पेमेंट प्लेटफॉर्म (IPP) से जोड़ने के लिए समझौता ज्ञापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फ्रांस यात्रा के तुरंत बाद हुआ, जहां उन्होंने कहा था कि भारतीय पर्यटक एफिल टॉवर पर UPI का उपयोग करके रुपये में भुगतान कर सकेंगे। इसके अलावा इस साल फरवरी में भारत और सिंगापुर के बीच UPI और पेनाउ को जोड़ने के लिए समझौता हुआ था। सिंगापुर का पेनाऊ भी भारत के UPI की तरह तेज पेमेंट सिस्टम है।
रुपे कार्ड को लेकर यह भारत की चाहत
RBI इस सप्ताह 9-10 सितंबर को आयोजित हो रहे G-20 सम्मेलन में देश द्वारा 5 प्रमुख क्षेत्रों में की गई प्रगति को प्रदर्शित करेगा। इनमें सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC), डिजिटल भुगतान जैसे UPI वन वर्ल्ड और रुपे ऑन-द-गो, आसान लोन के लिए नया सार्वजनिक प्लेटफॉर्म और क्रॉस-बॉर्डर बिल पेमेंट का प्रदर्शन किया जाएगा। भारत यह भी चाहता है कि रुपे कार्ड वैश्विक भुगतान क्षेत्र में वीजा और मास्टरकार्ड जैसे अन्य प्रमुख प्लेटफॉर्मों का मुकाबला करे।
न्यूजबाइट्स प्लस
UPI एक ऐसा सिस्टम है जो कई बैंक अकाउंट्स को एक ही मोबाइल ऐप में शामिल कर बैंकिंग सुविधा, मर्चेंट पेमेंट, व्यक्तिगत लेनेदेन की सुविधा प्रदान करता है। इसकी देखरेख नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NCPI) करता है। NCPI ने 21 सदस्य बैंकों के साथ 11 अप्रैल, 2016 को RBI के तत्कालीन गवर्नर रघुराम राजन द्वारा इसका पायलट लॉन्च किया था। बैंकों ने 25 अगस्त, 2016 से UPI आधारित अपने ऐप्स को प्ले स्टोर पर अपलोड करना शुरू किया था।