भारत में पिछले साल UPI के जरिए लोगों ने किया सबसे ज्यादा लेन-देन
भारत में पिछले साल लोगों ने पेमेंट करने के लिए सबसे अधिक यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI), डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड जैसे मोड का इस्तेमाल किया। वर्ल्डलाइन के अनुसार, 2022 में भारत में UPI, डेबिट और क्रेडिट कार्ड, मोबाइल प्रीपेड और कार्ड प्रीपेड जैसे पेमेंट मोड के जरिए 87.92 अरब ट्रांजैक्शन किए गए, जिसकी कीमत लगभग 149.5 खरब रुपये आंकी गई है। इस तरह के कुल कैशलेस पेमेंट में UPI की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से अधिक रही।
UPI रहा सबसे पसंदीदा पेमेंट मोड
UPI पर्सन-टू-मर्चेंट (P2M) और पर्सन-टू-पर्सन (P2P) उपभोक्ताओं के बीच सबसे पसंदीदा पेमेंट मोड हैं। वर्ल्डलाइन के अनुसार, कुल कैशलेस पेमेंट में UPI की हिस्सेदारी 84 दर्ज हुई। मूल्य के संदर्भ में UPI P2M का हिस्सा 18 प्रतिशत है, जबकि UPI P2P का हिस्सा 66 प्रतिशत है। UPI के बाद क्रेडिट और डेबिट कार्ड के माध्यम से लोगों द्वारा अधिक पेमेंट किया गया है, जो कुल पेमेंट का 7 प्रतिशत और मूल्य के हिसाब से 14 प्रतिशत है।