भारत में टेक सेक्टर में छंटनी जारी, 2 वर्षों में इतनों की गई नौकरी
भारत में पिछले साल के समान इस साल भी टेक सेक्टर की कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रही हैं। ऑल इंडिया IT एंड ITeS एम्प्लॉइज यूनियन (AIITEU) द्वारा साझा किए गए डाटा के अनुसार, कैलेंडर वर्ष 2023 में भारत में IT/ITeS क्षेत्र में 'साइलेंट' छंटनी में लगभग 20,000 कर्मचारियों ने अपनी नौकरी खो दी। इस तरह की छंटनी छोटी और बड़ी सभी तरह की IT कंपनियों में की गई थी।
इस साल इतने कर्मचारियों की जा चुकी है नौकरी
IT कर्मचारी यूनियन नैसेंट इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एम्प्लॉइज सीनेट (NITES) के अनुसार, अकेले 2024 में और सिर्फ भारत की शीर्ष IT सेवा कंपनियों में लगभग 2,000-3,000 कर्मचारियों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। NITES के अध्यक्ष हरप्रीत सिंह सलूजा ने कहा, "कंपनियां कई तरीकों से कर्मचारियों को निकाल रही हैं और जो लोग इसका विरोध करते हैं, उन्हें तुरंत नौकरी से निकाल दिया जाता है।" भविष्य में भी टेक सेक्टर में छंटनी जारी रह सकती है।
क्या होती है साइलेंट छंटनी?
साइलेंट छंटनी ऐसी स्थिति को कहा जाता है, जब कंपनी अपने कर्मचारियों की संख्या कम करने के लिए सीधे किसी योजना की घोषणा न करें, लेकिन कर्मचारियों के सामने कुछ चुनौतीपूर्ण विकल्प को रखकर उन्हें नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर कर दे। ऐसी छंटनी में कर्मचारियों को कंपनी के दूसरे विभाग में पद देखने को कहा जाता और ऐसा नहीं होने उन्हें अपनी नौकरी गंवानी पड़ती है। हालांकि, उन्हें कंपनियां कुछ राहत पैकेज प्रदान करती हैं।