
EPFO ने PF निकालने की प्रक्रिया को बनाया आसान, जानिए क्या हुआ नियमों में बदलाव
क्या है खबर?
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपनी ऑनलाइन निकासी प्रक्रिया को सरल बना दिया है।
अब PF निकासी के लिए रद्द चेक या पासबुक अपलोड करने और नियोक्ता से बैंक अकाउंट वेरिफिकेशन की जरूरत नहीं होगी। इससे 8 करोड़ से ज्यादा सदस्यों को फायदा मिलेगा और दावा प्रक्रिया तेज होगी।
श्रम मंत्रालय ने कहा कि इस बदलाव से निकासी आसान होगी और दावा अस्वीकृति की शिकायतें कम होंगी। इससे कर्मचारियों और नियोक्ताओं दोनों को राहत मिलेगी।
पासबुक
रद्द चेक और पासबुक की जरूरत खत्म
पहले EPF निकालने के लिए रद्द चेक या बैंक पासबुक की सत्यापित कॉपी अपलोड करनी होती थी। कई बार दस्तावेज अस्पष्ट होने से दावा अस्वीकार हो जाता था। अब EPFO ने यह अनिवार्यता हटा दी है, जिससे प्रक्रिया काफी आसान होगी।
इससे कर्मचारी बिना किसी अतिरिक्त दस्तावेज के अपना PF निकाल सकेंगे। यह बदलाव ऑनलाइन दावे को तेज बनाने में मदद करेगा और सदस्यों को अतिरिक्त झंझट से मुक्ति मिलेगी।
मंजूरी
नियोक्ता की मंजूरी की जरूरत नहीं
पहले EPF निकासी के लिए नियोक्ता को बैंक अकाउंट सत्यापित करना पड़ता था, जिससे प्रक्रिया में देरी होती थी।
बैंक सत्यापन में औसतन 3 दिन लगते थे, लेकिन नियोक्ता की मंजूरी में 13 दिन और जुड़ जाते थे। अब EPFO ने इस नियम को पूरी तरह हटा दिया है।
इससे लाखों कर्मचारियों को फायदा मिलेगा और वे बिना नियोक्ता की मंजूरी के अपना फंड निकाल सकेंगे। इससे कर्मचारियों का काफी समय भी बचेगा।
प्रक्रिया
बैंक अकाउंट बदलने की प्रक्रिया सरल
EPF सदस्य अब अपने बैंक अकाउंट को कभी भी आसानी से बदल सकते हैं।
पहले यह प्रक्रिया जटिल थी, लेकिन अब केवल नया बैंक अकाउंट नंबर और IFSC कोड दर्ज करके इसे बदला जा सकता है। यह बदलाव आधार-आधारित OTP सत्यापन से पूरा होगा।
इससे सदस्यों को बैंक अकाउंट में बदलाव करने में होने वाली परेशानियां कम होंगी और वे सरल तरीके से अपने EPF खाते से नया बैंक जोड़ सकेंगे।
सुविधा
तेजी से दावे निपटाने की सुविधा
28 मई, 2024 को चुनिंदा सदस्यों के लिए पायलट परीक्षण किया गया था, जिसमें 1.7 करोड़ कर्मचारियों को लाभ मिला।
अब यह सुविधा सभी EPF सदस्यों के लिए लागू कर दी गई है। इससे 14.95 लाख से ज्यादा सदस्यों को तुरंत लाभ मिलेगा, जिनके दावे नियोक्ता की मंजूरी के कारण अटके थे।
EPFO का लक्ष्य निकासी को आसान और तेज बनाना है, जिससे कर्मचारी अपने पैसों तक जल्द पहुंच सकें।