भारत में पैसा जमा करने पर NRI पा सकेंगे अधिक ब्याज, RBI ने बदला नियम
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने विदेशी मुद्रा अनिवासी अकाउंट FCNR (B) जमा पर ब्याज दर बढ़ा दी है। अब बैंकों को 6 दिसंबर, 2024 से नए FCNR (B) जमा जमा करने की अनुमति होगी। यह ब्याज दर ओवरनाइट रेट (ARR) में 400 पॉइंट्स जोड़कर तय की गई है, जो 1 से 3 साल के जमा पर लागू होगी। इस फैसले का उद्देश्य विदेशी मुद्रा जमा आकर्षित करना है। ये नई दरें मार्च, 2025 तक लागू रहेंगी।
FCNR (B) अकाउंट क्या है?
FCNR (B) अकाउंट एक विशेष प्रकार का अकाउंट है, जिसमें आप विदेशों से भारत में मुद्रा जमा कर सकते हैं। इसमें जमा करने की अवधि 1 से 5 साल तक होती है, और यह विदेशी मुद्रा में होता है, जो आपके पैसे को मुद्रा के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित रखता है। इस अकाउंट में जमा और ब्याज भारत में कर-मुक्त होते हैं। अधिकांश बैंक अमेरिकी डॉलर, यूरो, पाउंड स्टर्लिंग जैसी प्रमुख मुद्राओं में FCNR जमा स्वीकार करते हैं।
FCNR अकाउंट की क्या विशेषताएं हैं?
FCNR अकाउंट एक डिपॉजिट अकाउंट है, जिसमें आप पैसे एक तय समय तक जमा करते हैं। इसमें जमा की गई राशि और उस पर मिलने वाला ब्याज भारत में कर-मुक्त होता है। आप इसे अपने NRE अकाउंट से पैसे भेजकर खोल सकते हैं। इस अकाउंट पर आप ओवरड्राफ्ट सुविधा भी ले सकते हैं। 1 साल के बाद ही ब्याज मिलता है और समय से पहले निकाली गई राशि पर कोई ब्याज नहीं मिलता। यह अकाउंट विदेशी मुद्रा में होता है।