
जेनसोल इलेक्ट्रिक पर SEBI के बाद कॉर्पोरेट मंत्रालय की निगाह, शुरू की जांच
क्या है खबर?
कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालय (MCA) ने जेनसोल इलेक्ट्रिक के खिलाफ स्वतः संज्ञान लेकर जांच शुरू कर दी है। इसके तहत कंपनी की नियामक फाइलिंग और खातों की जांच की जाएगी।
सूत्रों ने कहा कि कंपनी के खिलाफ कोई भी कार्रवाई जांच के निष्कर्षों के आधार पर की जाएगी।
जांच के लिए अभी तक कोई समयसीमा तय नहीं की गई है। यह कदम भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) की ओर से की जा रही जांच के बाद उठाया गया है।
आदेश
SEBI दे चुका है यह आदेश
बिजनेस टुडे टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, कॉरपोरेट मंत्रालय स्वतः संज्ञान लेकर जेनसोल इलेक्ट्रिक में गलत कामों की जांच कर रहा है।
इससे पहले SEBI ने जेनसोल के प्रवर्तकों अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी को प्रतिभूति बाजार में भाग लेने और किसी कंपनी में निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय पद ग्रहण पर रोक लगा दी थी।
यह कार्रवाई शेयर मूल्य में हेराफेरी और ऋण चूक की शिकायतें मिलने के बाद की गई थी।
आरोप
SEBI ने लगाया यह आरोप
नियामक की जांच में कंपनी के फंड का व्यापक दुरुपयोग और वित्तीय नियंत्रण में गंभीर खामियां पाई गईं।
SEBI ने अपने अंतरिम आदेश में कहा, "प्रवर्तक एक सूचीबद्ध सार्वजनिक कंपनी को ऐसे चला रहे थे जैसे कि वह एक स्वामित्व वाली फर्म हो।"
जांच में पाया गया है कि कंपनी के प्रवर्तक निदेशकों अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी द्वारा कंपनी के धन का गलत उपयोग किया गया तथा धोखाधड़ीपूर्ण तरीके से उसका दुरुपयोग किया गया।
जांच
जांच में यह आया सामने
SEBI के अनुसार, जेनसोल ने इलेक्ट्रिक वाहन खरीदने के लिए भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) और पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (PFC) सहित संस्थानों से 975 करोड़ रुपये का ऋण लिया।
हालांकि, बताए गए उद्देश्य के लिए केवल एक अंश का ही उपयोग किया गया।
200 करोड़ रुपये से अधिक की राशि एक कार डीलरशिप के माध्यम से भेजी गई। इसमें से कुछ फंड का इस्तेमाल महंगी रियल एस्टेट सहित व्यक्तिगत खरीद के लिए किया गया था।
अधिग्रहण
ब्लूस्मार्ट बिकने की शुरू हुई चर्चा
इस जांच के बाद जेनसोल का इलेक्ट्रिक कैब सुविधा प्रदाता प्लेटफॉर्म ब्लूस्मार्ट ने कई शहरों में अपनी सर्विस बंद कर दी है।
कंपनी ने दिल्ली NCR, मुंबई और बेंगलुरु में परिचालन बंद कर दिया है। इसी बीच अब ब्लूस्मार्ट के बिकने की चर्चा शुरू हो गई है।
CNBC-TV18 की रिपोर्ट के अनुसार, एवरसोर्स कैपिटल इलेक्ट्रिक राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म को खरीदने के लिए बातचीत कर रही है। निवेश फर्म ने लगभग 850 करोड़ रुपये मूल्य का गैर-बाध्यकारी प्रस्ताव दिया है।