
भारती एयरटेल ने की पुष्टि, टाटा प्ले के साथ चल रही विलय की चर्चा
क्या है खबर?
भारती एयरटेल और टाटा समूह टाटा प्ले के DTH व्यवसाय को भारती टेलीमीडिया लिमिटेड में मिलाने की योजना पर बातचीत कर रहे हैं।
एयरटेल ने आज (26 फरवरी) आधिकारिक तौर पर बताया है कि यह चर्चा अभी शुरुआती चरण में है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह सौदा विलय स्वैप के माध्यम से हो सकता है, जिसमें एयरटेल नई कंपनी में 50 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी रख सकता है।
यह कदम एयरटेल को अपने गैर-मोबाइल कारोबार को बढ़ाने में मदद करेगा।
फायदा
एयरटेल को बड़े ग्राहक आधार का फायदा
इस विलय से एयरटेल को टाटा प्ले के करीब 2 करोड़ ग्राहकों तक पहुंच मिलेगी। इससे कंपनी ब्रॉडबैंड, मोबाइल और DTH सेवाओं को एक साथ जोड़ सकेगी।
यह 2016 में डिश टीवी और वीडियोकॉन D2H के विलय के बाद DTH उद्योग का सबसे बड़ा सौदा हो सकता है। इससे एयरटेल अपनी बाजार स्थिति मजबूत कर सकेगा और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवाएं दे सकेगा।
इस विलय के बाद DTH बाजार में बड़ी कंपनी बनेगी, जिससे ग्राहकों को बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।
बदलाव
टाटा प्ले का सफर और संभावित बदलाव
टाटा प्ले की शुरुआत 2004 में टाटा संस और 21वीं सेंचुरी फॉक्स के संयुक्त उद्यम के रूप में हुई थी।
2019 में वॉल्ट डिज्नी कंपनी ने इसमें 21वीं सेंचुरी फॉक्स की हिस्सेदारी खरीद ली। 2022 में इसका नाम बदलकर टाटा प्ले कर दिया गया।
अगर यह सौदा पूरा होता है, तो इससे भारतीय DTH बाजार में एक बड़ी प्रतिस्पर्धा पैदा होगी। विलय के बाद एयरटेल के 52-55 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी, जबकि टाटा प्ले के पास 45-48 प्रतिशत हिस्सेदारी रहेगी।