
एयर इंडिया विमानों को अपडेट करने पर खर्च करेगी 3,500 करोड़, मिलेंगी बेहतर सुविधाएं
क्या है खबर?
एयर इंडिया अपने विमानों को उन्नत बनाने के लिए 40 करोड़ डॉलर (करीब 3,500 करोड़ रुपये) खर्च करने की घोषणा की है। इससे आरामदायक सीटों और नई तकनीक के साथ बेहतर उड़ान अनुभव प्रदान करने का दावा किया है। कंपनी अपने वाइडबॉडी और नैरोबॉडी दोनों तरह के विमानों को उन्नत डिजाइनों के साथ नवीनीकरण करेगी, ताकि उनके परिचालन में आराम और तकनीकी उत्कृष्टता सुनिश्चित की जा सके। इसके बाद, 13 बोइंग 777-300ER विमानों को 2027 से अपग्रेड किया जाएगा।
रेट्रोफिट कार्यक्रम
सुधार के लिए कारखाने पहुंचा पहला विमान
एयर इंडिया के वाइडबॉडी बेड़े के लिए रेट्रोफिट कार्यक्रम आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है। VT-ANT नाम से पंजीकृत 26 बोइंग 787-8 विमानों में से पहला विमान जुलाई में कैलिफोर्निया स्थित बोइंग के कारखाने में पहुंच गया है। दूसरा विमान अक्टूबर में अपडेट के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद दोनों ही विमान इस साल दिसंबर तक सेवा में वापस आ जाएंगे। ये दोनों विमान नए इंटीरियर और अत्याधुनिक प्रणालियों से लैस होंगे।
सुधार
सुविधाओं में क्या होगा बदलाव?
कंपनी ने बयान में कहा है, "एयर इंडिया के B787-8 के लिए रेट्रोफिट कार्यक्रम, जो अब 2027 के मध्य तक पूरा होने के लिए एक स्थिर कार्यक्रम पर है, बिजनेस क्लास, प्रीमियम इकोनॉमी और इकोनॉमी क्लास सीटों के साथ 3-श्रेणी लेआउट की विशेषता वाले बिल्कुल नए इंटीरियर पेश करेगा।" एयरलाइंस ने बताया कि अपडेट में प्रत्येक केबिन में नई सीटें, उन्नत इन-फ्लाइट मनोरंजन (IFE) सिस्टम, नई कालीन, पर्दे, अपहोल्स्ट्री, शौचालय, गैली आदि शामिल है।