अवीवा पर भारत में लगा 65 करोड़ रुपये का जुर्माना, जानिए क्या है कारण
क्या है खबर?
ब्रिटिश बीमा कंपनी अवीवा की भारतीय सहायक कंपनी पर धोखाधड़ी गतिविधियों की जांच के बाद 75 लाख डॉलर (करीब 65 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया है।
जांच से पता चला है कंपनी ने अवैध कमीशन वितरित करने और कर क्रेडिट का गलत दावा करने के लिए फर्जी चालान तैयार किए।
यह जुर्माना भारत में अवीवा के परिचालन के लिए एक बड़ा झटका है, जिसने 2023-24 वित्तीय वर्ष में महज 1 करोड़ डॉलर (करीब 87 करोड़ रुपये) का मुनाफा कमाया था।
मामला
क्या है कंपनी पर आरोप?
अवीवा इंडिया ने 2017-23 के बीच मार्केटिंग सर्विसेज प्रदान करने वाले वेंडर्स को लगभग 2.6 करोड़ डॉलर (करीब 225 करोड़ रुपये) का भुगतान किया।
भारतीय कर अधिकारियों का तर्क है कि ये वेंडर अवीवा के लिए एजेंटों को नियामक सीमा से बाहर अत्यधिक कमीशन का भुगतान करने का बहाना मात्र थे।
आरोप है कि नकली चालान और नकद लेनदेन करके फर्म ने धोखाधड़ी से टैक्स क्रेडिट का दावा कर 52 लाख डॉलर (45 करोड़ रुपये) की कर चोरी की है।
जुर्मान
कंपनी पर लगाया 100 फीसदी जुर्माना
अवीवा के बचाव को सुनने के बाद संयुक्त कर आयुक्त आदित्य सिंह यादव ने फैसला सुनाया कि कंपनी ने लगभग 32.6 करोड़ रुपये की कर चोरी की है।
राइटर्स की ओर से 5 फरवरी को आदेशों की समीक्षा के अनुसार, कंपनी को अब 100 फीसदी जुर्माने के साथ कुल 65.3 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा, जिसे सार्वजनिक नहीं किया गया है।
आदेश पर अवीवा ने कहा कि वह अपील के माध्यम से नवीनतम आदेश का विरोध करेगा।