
एयरटेल और टाटा प्ले के बीच DTH विलय को लेकर चल रही बातचीत खत्म
क्या है खबर?
दूरसंचार कंपनी भारती एयरटेल ने बताया कि उसने टाटा समूह के DTH बिजनेस के साथ विलय को लेकर चल रही बातचीत बंद कर दी है।
दोनों कंपनियां टाटा प्ले को एयरटेल की DTH सेवा देने वाली कंपनी भारती टेलीमीडिया में मिलाने पर विचार कर रही थीं, लेकिन कोई संतोषजनक समाधान नहीं निकलने के कारण दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से बातचीत रोक दी है।
यह जानकारी एयरटेल ने एक नियामक फाइलिंग के जरिए दी।
बातचीत
लंबे समय से चल रही थी बातचीत
एयरटेल और टाटा समूह के बीच DTH सेवाओं के संयोजन को लेकर फरवरी, 2025 से बातचीत चल रही थी।
एयरटेल की ओर से कहा गया था कि वह एक ऐसी योजना बनाना चाहता है जो दोनों पक्षों के लिए स्वीकार्य हो। दोनों कंपनियों ने संभावित लेन-देन और साझा संरचना को लेकर विचार किया, लेकिन कोई ठोस समझौता नहीं हो सका।
अब दोनों पक्षों ने बिना विलय के ही चर्चा बंद करने का फैसला लिया है।
टाटा प्ले
टाटा प्ले की शुरुआत और बदलाव
टाटा प्ले की शुरुआत 2004 में टाटा संस और 21वीं सेंचुरी फॉक्स के संयुक्त उद्यम के रूप में हुई थी।
2019 में वॉल्ट डिज्नी ने फॉक्स की हिस्सेदारी खरीद ली। इसके बाद कंपनी ने अपने ब्रांड को और मजबूत किया और 2022 में टाटा स्काई से नाम बदलकर टाटा प्ले कर दिया।
टाटा प्ले देश की प्रमुख DTH सेवाओं में से एक मानी जाती है और यह लगातार बाजार में अपनी स्थिति बनाए रखने की कोशिश करती रही है।
प्रतिस्पर्धा
DTH सेवाओं में प्रतिस्पर्धा बनी हुई है
एयरटेल और टाटा प्ले दोनों ही देश की बड़ी DTH सेवा कंपनियां हैं। बाजार में इनकी प्रतिस्पर्धा लंबे समय से चल रही है।
हाल के वर्षों में OTT प्लेटफॉर्म्स के बढ़ने से DTH सेवाओं की मांग में कमी आई है, जिससे कंपनियों को घाटा झेलना पड़ा है।
ऐसे में दोनों कंपनियों ने मिलकर काम करने पर विचार किया था, लेकिन बातचीत सफल नहीं रही। अब दोनों अपने-अपने तरीके से आगे बढ़ेंगी।